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संपादकीय

संपादकीय- आधुनिकता के नाम पर अपनी संस्कृति खो बैठे

वो पहले तुम्हारी संस्कृति का उपहास उड़ाएंगे, तुम्हे अशिक्षित और गंवार बताएंगे। तुम्हे तुम्हारे ही संस्कृति और सभ्यता से हीन महसूस करवाएंगे। तुम्हारे मन में इतनी लज्जा भर देंगे की तुमको अपने संस्कृति और सभ्यता पर गर्व करना तो दूर तुम उनसे भागने लगोगे। कौन हैं ये लोग? ये लोग …

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धंधेबाजों का धंधा चौपट? निगाहें एमएलसी चुनाव पर!

बाराबंकी। 04/03/2022 धंधेबाजों का धंधा चौपट? निगाहें एमएलसी चुनाव पर! नोचनें व लूटने वाले अवसरवादियों का जले कलेजे से नमस्कार स्वीकार कर रहे हैं प्रत्याशी? फिलहाल गाल बजाऊ सरदारों की मुफ्त पूड़ी- पनीर व डीजल- पेट्रोल तथा वाहनों की सुविधा हुई बंद! चुनावी हार-जीत में भी बोहनी व कमाई की …

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जलियांवाला बाग हत्याकांड के 101 वर्ष पूर्ण

शाम के 4 बज रहे थे, लोग शांति से इकट्ठा हो रहे थे, लोगों में गांधी जी, सत्यपाल मलिक और डॉक्टर सैफ़ुद्दीन को अंग्रेजी सरकार द्वारा रॉलेट एक्ट के विरोध के कारण गिरफ्तार कर लिया गया था, उसके प्रति रोष था। लेकिन सब शान्ति से सत्य और अहिंसा के पुजारी …

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सम्पादकीय: भारत को स्वंत्रता तो 15 अगस्त 1947 को मिल गयी थी लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी था करने को

आज देश 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, अर्थात भारत को गणतंत्र बने हुए 71 वर्ष हो चुके। भारत को स्वंत्रता तो 15 अगस्त 1947 को मिल गयी थी, लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी था, करने को। केवल स्वंत्रता मिलने से ही सब कुछ नही मिल जाता, देश को एक …

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संपादकीय:- नागरिकता संसोधन विधेयक-2019 जिसे समान्यतः लोग CAB या CAA के नाम से जानते है

नागरिकता संसोधन विधेयक-2019 जिसे समान्यतः लोग CAB या CAA के नाम से जानते ह। इसका पूरा नाम citizen amendment bill या Act है। इसको लोकसभा में 311 पक्ष तथा विपक्ष में 80 मत प्राप्त हुए, वही राज्यसभा में 125 पक्ष में तथा विपक्ष में 105 मत पड़े, तदनुसार राष्ट्रपति ने …

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संपादकीय: घिनौनी मानसिकता

यंत्र नारी पूज्यंते तत्र रमन्ते देवत यह बात हमारे वेदों और पुराणों में कही गयी है। कि जहां नारी की पूजा होती है वही देवताओ का वास होता है। लेकिन यह बात आज केवल नाम मात्र का रह गयी है। रोज होते महिलाओं के साथ दुष्कर्म यह साबित करते है …

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मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हे हम बापू, महात्मा, राष्ट्रपिता, गाँधी आदि कहते हैं

मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हे हम बापू, महात्मा, राष्ट्रपिता आदि नामों से संम्बोधित करते है। 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर तब के (महाराष्ट्र प्रान्त) आज के गुजरात मे जन्मे इस महान व्यक्ति को भारत ही क्या पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त है। इस अहिंसा के पुजारी जिन्होंने अंग्रेजो के सैकड़ो जुल्म …

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हिंदी राष्ट्रभाषा या राजभाषा

हिंदी एक ऐसा शब्द है जिसका नाम लेते ही ह्रदय में भारत का चित्र एकाएक झलक उठता है। भारत की सादगी भरा जीवन, तीज-त्यौहार, मेलें, मठ-मन्दिर, अनेको तीर्थस्थल, इत्यादि सब ह्रदय के अंदर अवतरित हो जाता है। भारत मे उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक सबको …

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संपादकीय: धारा 370 के साथ 35A का अंत

धारा 370 के साथ 35A एक ऐसा अनुच्छेद था जिसके जरिये जम्मू और कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ था। यूँ कहे तो उसको इतना विशेष दर्जा मिला था कि वो भारत का अभिन्न अंग होते हुए भी एक स्वतंत्र राष्ट्र की तरह व्यवहार करता था। उसका अलग …

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संपादकीय: तत्काल तीन तलाक- प्रथा से कुप्रथा

इस्लाम मे विवाह को निकाह कहते है, यह एक स्त्री और पुरुष के मंजूरी से होता है, जिसमे पुरूष स्त्री को एक निश्चित राशि देता है ,जिसे मेहर कहा जाता है।मुस्लिम में एक प्रथा प्रचलित है,तीन तलाक यानी कि तलाक-ए-बिद्दत, ऐसा शब्द जो कोई भी महिला वो मुस्लिम हो या …

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