सफलता की कहानी
CMD NEWS// रिपोर्ट,हरिशरण शर्मा
बदायूँ।। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है कि जनपद बदायूँ की ग्रामसभा बमनोसी एवं उसके आस-पास के गाँव मौसमपुर, बिरौतियां, भुड़िया, अल्लापुर चमारी, चेतू नगला, बोंदरी, सुर्खा आदि गाँव में निराश्रित बेसहारा गोंवश घूम-घूम कर फसल का नुकसान करते रहते थे। रात्रि भर किसान जागकर अपने खेतों की रखवाली किया करते थे। तत्कालीन ग्रामसभा प्रधान रीना यादव व उनके पति विद्दन सिंह द्वारा अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर चन्दा इकट्ठा कर एक गौशाला खोलने की योजना बनायी गयी, जिससे निराश्रित/छुट्टा गोवंश से फसल में होने वाले नुकसान से निजात मिल सके, साथ ही गोवंश का भरण-पोषण समुचित तरीके से हो सके। योजना को मूर्ति रूप देने के दौरान ही सरकार द्वारा गौवंश संरक्षण की योजना शुरू कर दी गयी।
योजना का लाभ ध्यान में रखते हुये ग्रामसभा प्रधान द्वारा अपने ग्रामवासियों के सहयोग से दिनांक 11.01.2019 को हवन-पूजन एवं गो-पूजन के साथ 17 गोवंश एकत्रित कर अस्थायी छप्पर/पन्नी में संरक्षित किये गये। धीरे-धीरे उक्त अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल का टीन शेड, वाउण्ड्रीवाॅल, भूसा गोदाम, केयर टेकर रूम, समर्सेवल, चरही, पानी का टैंक एवं शौचालय का निर्माण ग्रामनिधि एवं मनरेगा से कराकर समस्त सुविधायुक्त पक्के गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया, जिसमें उक्त समस्त गाँव के 109 गोवंश संरक्षित किये गये, जिनमें से 51 गोवंश सुपुर्दगी में दिये गये।
गोवंश आश्रय स्थल की महत्ता को देखते हुये, स्थानीय ग्रामवासियों द्वारा भूसा-दान, गुड़-दान कर भरपूर सहयोग किया गया। गोवंश आश्रय स्थल पर गोक्लीनर, गोबर से लट्ठा बनाने का भी कार्य किया गया। इस समय ग्राम बमनोसी के 04 से 05 किमी की परिधि में कोई भी निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश नजर नहीं आता है। गाँव के कृषकों की फसल सुरक्षित हो रही है, साथ ही रात्रि में रखवाली की आवश्यकता नहीं रही है। गोवंश आश्रय स्थल पर प्रतिवर्ष दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है।
बदायूँ से हरिशरण शर्मा