रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रिसिया परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ है शौचालय और मूत्रालय खुद बीमार है जहां एक और जल बचाओ अभियान जोरो पर है वही सीएचसी रिसिया के जिम्मेदार जल बर्बाद करो बाहरी प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा लिखो अभियान में अग्रसर है।
बता दें सरकारी अस्पताल अस्पताल (सीएचसी) रिसिया के परिसर में गन्दगी की भरमार है बड़ी बड़ी झाड़ घास लगी हुई है आमतौर पर डॉक्टर मरीजो को साफ सफाई का संदेश देते है वही सीएचसी रिसिया के जिम्मेदार परिसर में मौजूद गंदगी से घिर का इलाज करने में माहिर हो चूके है जिससे कई प्रकार के बीमारियों से घिरने का खतरा मंडराता दिख रहा है अगर अस्पताल में मौजूद शौचालय की बात करें तो शौचालय व मूत्रालय उपयोग के हालात में नही है शौचालय गंदगी से सराबोर न पानी की उचित व्यवस्था टूटी फूटी शौचालय मूत्रालय है अगर अस्पताल में आये किसी मरीज या परिजन को मूत्रालय शौचालय जाना हो तो बाहर खुले में जाने को मजबूर है यहां के जिम्मेदार कितने जागरूक है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की पीने वाले पानी की टोटी टूटी हुई है और लगातार पानी बहता रहता है जिससे प्रतिदिन हजारो लीटर पानी बर्बाद होता है अन्य टोटी सिर्फ नाम मात्र की है पीने वाले पानी के स्थान की हालात भी दयनीय है ।
सूत्रों की माने तो डॉक्टर बाहरी मेडिकल स्टोर से दवा लेने को कहते है और सरकारी पर्चे के पीछे ही लिख देते है या कभी कभी सादे पर्ची पर बाहरी मेडिकल स्टोर की दवा लिख कर लाने को कहते है मजबूर होकर मरीज को बाहरी प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा लेनी पड़ती है।
साफ तौर पर कहे तो सीएचसी रिसिया के जिम्मेदार साफ सफाई शौचालय मूत्रालय जल की बर्बादी के मामले में बिल्कुल भी जागरूक न होके बाहरी प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा लिख कर शाशन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं।
01 अगस्त 2022 की छवि