मिल प्रबंधन की लापरवाही से लाखों का शीरा बह गया कार्रवाई क्यों नहीं।
एम0असरार सिद्दीकी के साथ जीशान अहमद हाशमी
बहराइच-नानपारा श्रावस्ती किसान सहकारी चीनी मिल के मिल प्रबंधन की लापरवाही से लाखों रुपए का शीरा सड़कों पर बिखरा पड़ा है।बताया जाता है कि चीनी मिल नानपारा में 30 से 40 हजार टन प्रतिवर्ष शीरा का उत्पादन होता है शीरा चीनी मिल का कीमती उत्पाद है इस को एकत्रित करने के लिए एक लोहे का टैंक मौजूद है जब शीरा अधिक होता है तो भूमि खोदकर और टैंक बनाए जाते हैं चालू वित्तीय वर्ष में लोहे के टैंक के अलावा भूमिगत शीरा बैंकों में भी शीरा इकट्ठा किया गया था टैंकों की सीमा से अधिक माल भर दिए जाने से गर्मी में उबाल मार दिया और शीरा बहने लगा इसको रोकने का प्रयास मिल प्रशासन ने सार्थक ढंग से नहीं किया गया दर्जनों टन शीरा बह गया मिल प्रशासन ने जेसीबी मंगवा कर बहते हुए शीरे पर मिट्टी डालकर रोकने का प्रयास किया परंतु पूरी तरह बचाया नहीं बचाया जा सका इस समय मिल के अंदर और बाहर किसान भवन के आसपास तथा सड़कों पर शीरा बह रहा है।इस संबंध में मिलकर के प्रधान प्रबंधक कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं और उनका फोन भी नहीं उठता।