कोटेदार व उनके गुर्गों द्वारा किया गया महिला पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार
महिला पत्रकार भी बनी दबंग कोटेदार की शिकार
क्या ऐसे ही बनते रहेंगे शिकार,जिले के पत्रकार
एम0असरार सिद्दीकी ब्योरो चीफ
बहराइच- मोतीपुर कोवाईड-19 को मध्य नजर रखते हुए कवरेज पर निकली महिला पत्रकार सुमन राय तहसील संवाददाता बेनकाब भ्रष्टाचार मोतीपुर जनपद बहराइच को दबंग कोटेदार ने कवरेज के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मोबाइल तोड़कर फेंकने व जान से मारने की धमकी दे डाली
उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार का स्पष्ट सख्त निर्देश है की कोरोना वायरस महामारी जैसी आपदा में किसी भी कार्ड धारक का खाद्यान्न किसी भी परिस्थिति में कोटेदार द्वारा कटौती नही की जायेगी,यदि ऐसा पाया गया तो उसे जेल भेजा जायेगा,लेकिन यह आदेश जनपद बहराइच में कोई माने नही रखता है।यहां के कोटेदार खुलेआम उड़ा रहे हैं उक्त शासनादेश की धज्जियां
अपनी दबंगई से नहीं आ रहे बाज इसमें आला अधिकारी है संलिप्त कई बार दूरभाष के माध्यम से जानकारी देने के उपरांत भी कोटेदारों पर नहीं हो रही कार्यवाही।
जहां पर अपनी जान को जोखिम में डालकर हर पत्रकार इस समय सूचनाओं का आदान प्रदान करता है वहीं पर दबंग माफियाओं ने पत्रकारों को अपना निशाना बनाया रहे हैं।
फिलहाल यह ताजा मामला ग्राम पंचायत मंझरा कोटेदार तीरथराम तहसील मोतीपुर का है जहां पर सप्लाई स्पेक्टर को दूरभाष के माध्यम से जानकारी दी गई है लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार का संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। हाल ही में थाना रुपईडीहा में दलित पत्रकार ओम प्रकाश व थाना मोतीपुर भानू जैसवाल को भी दबंगों ने अपना शिकार बनाया गया था जिसकी प्राथमिकी सम्बंधित थानों में दर्ज भी हुई थीं। क्या ऐसे ही बनते रहेंगे शिकार,जिले के पत्रकार कौन है जिम्मेदार आखिर कौन दे रहा है इन्हें संरक्षण,कहीं टाप मोस्ट माफियाओं/गुण्डों के हाथों मे तो नही है जिले की सार्वजिनक वितरण प्रणाली।
घटने की लिखित तहरीर थाना मोतीपुर में पीड़िता द्वारा दे दी गई है।समाचार लिखे जाने तक मुकदमा पंजीकृत नही हो पाया।