रिपोर्ट – विवेक श्रीवास्तव
बलहा, बहराइच – ग्राम पंचायत जगन्नाथपुर शेरे बेचाई जिला बहराइच के विकास खण्ड बलहा का ग्राम पंचायत है, लेकिन यह गाँव इस समय भारी भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं के चलते चर्चा में है। गाँव की हालात इतनी दयनीय हो चुकी है कि वहां की जन-जीवन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में त्रस्त हो गई है।
गाँव का सामुदायिक शौचालय, जो कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाया गया था, कई महीनों से बंद पड़ा है। शौचालय के दरवाजे पर ताला जड़ा हुआ है और इसका निर्माण भी मानकों के अनुरूप नहीं किया गया, जिससे उपयोग से बाहर है। इसके चलते गरीब परिवार जिनके पास निजी शौचालय नहीं हैं, खुले में शौच करने को मजबूर हैं। महिलाएं और लड़कियों को इस स्थिति में सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी सुरक्षा और स्वाभिमान पर भी असर पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण भी सिर्फ कागजों में संचालन हुआ प्रतीत होता है। इस केंद्र का कोई प्रभावी कार्य नहीं हो रहा है। यह केंद्र एक दिखावे के रूप में खड़ा है, लेकिन इसका उपयोग नही है। स्वच्छता अभियान, जिसे “स्वच्छता पखवाड़ा” के रूप में पूरे देश में चलाया जाता है, यहाँ बिल्कुल प्रभावी नहीं दिख रहा। पंचायत सचिवालय सहित और गाँव के अन्य सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
गाँव में हैंडपंप और रिबोर कार्य में भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद, गाँव के लगभग आधा दर्जन हैंडपंप खराब है और कुछ ठीक से काम नहीं कर रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि हुए निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है, जिससे पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। ग्राम पंचायत में बने सोकफिट गड्ढे भी भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गए। गांव में बने तालाब में भी लाखो खर्च हो गए लेकिन परिणाम शून्य रहा।
ग्राम विकास अधिकारी का कार्यालय भी अधिकांश समय बंद ही रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि सेक्रेटरी शायद ही कभी आते हैं,। पंचायत भवन में उपलब्ध सुविधाएं भी न के बराबर हैं। कंप्यूटर और अन्य आवश्यक साधनों की कमी के कारण ग्रामीणों को अपने सरकारी कार्यों के लिए ब्लॉक कार्यालय का सहारा लेना पड़ता है, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद होते हैं।
इन सब समस्याओं को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी इन भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं से गाँव को उबार पाएंगे, या स्थिति और भी बदतर होती चली जाएगी? ग्रामीणों ने कई बार जिम्मेदारों को समस्या बताई हैं लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन कब तक इन समस्याओं पर ध्यान देकर समाधान करता है।
ग्राम पंचायत जगन्नाथपुर शेरे बेचाई के हालात बहराइच जिले की ग्रामीण विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत को उजागर कर रहे हैं।