जनपद बहराइच के तहसील मोतीपुर अंतर्गत सरकारी गल्ले का गोदाम जहां से कोटेदार राशन उठाते हैं वहां पर बड़ी धांधली होती है आज दिनांक 2 नवंबर को पत्रकार जब गोदाम आकस्मिक पहुंचे तभी देखा की बोरियां खुली पड़ी हुई थी और उससे राशन निकाला जा रहा था अधिक मात्रा में खुली बोरिया देखकर वहां पर मौजूद लोगों से पूछा तो लोगों ने सही जवाब देने के बजाय गलत तरीके से वार्ता करने लगे इसकी जानकारी उप जिलाधिकारी मोतीपुर को दूरभाष के माध्यम से अनुराग शर्मा पत्रकार ने दी जिस पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए उप जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार शशांक उपाध्याय को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के आदेश दिए उप जिलाधिकारी के आदेश पश्चात नायब तहसीलदार शशांक उपाध्याय मौके पर पहुंचे वहां पर अनियमितताएं एवं खुली बोरियां मौके पर पाई गई खुली बोरिया अधिक मात्रा में देखकर नायब तहसीलदार महोदय नाराज हुए एवं गोदाम प्रभारी के बारे में जानकारी ली कि वह कहां है पता चला कि मौके पर स्टाफ का कोई नहीं है जो जिम्मेदार हो, गोदाम प्रभारी मिहींपुरवा के छुट्टी पर होने की बात सामने आई प्राइवेट लोगों द्वारा गोदाम को खुलवा कर गल्ले में हेरा फेरी का काम किया जा रहा है जब नायब तहसीलदार ने बोरियों का वजन करवाया तो बोरी लगभग 45 किलो के आसपास पाई गई जिससे साफ जाहिर होता है कि घोटाला राशन सरकारी गोदाम से ही बड़े स्तर पर हो रहा है इससे साफ जाहिर होता है कि इन सभी घोटालों एवं राशन में हो रही अनियमितताओं एवं कोटेदार द्वारा जनता को कम मिल रहे राशन में मुख्य जिम्मेदार गोदाम प्रभारी ही है मोके पर मौजूद कोटेदार मुन्नीलाल चितलाहवा से जब नायब तहसीलदार साहब ने पूछा कि आप राशन कम क्यों लेते हो तब कोटेदार ने जवाब दिया कि जिसकी लाठी उसकी भैंस कम तो मिलता ही है साहब किससे कहें कोई नहीं सुनता,
अब देखना यह हैं कि नए उपजिलाधिकारी महोदय जिन्होंने आज ही कार्यभार सम्हाला हैं और इतना बड़ा घोटाला पारदर्शिता के साथ उनके सामने आया हैं सरकार की नीतियों के विरुद्ध कार्य करने वाले अधिकारी के खिलाफ उपजिलाधिकारी महोदय मोतीपुर क्या कार्यवाही करते हैं या फिर हमेशा की तरह कागजो पर ही ख़त्म।
रिपोर्ट: विवेक कुमार श्रीवास्तव, कृष्णा वर्मा, अनुराग शर्मा