रिपोर्ट – विवेक श्रीवास्तव
नानपारा बहराइच- जिला बहराइच के तहसील नानपारा अंतर्गत नगर नानपारा में स्थित प्रसिद्ध मंदिर कालीकुंडा मंदिर में तालाब एवं अन्य निर्माण कार्य में पूर्ण रूप से मानक विहिनता की हद पार करके ठेकेदारों ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का कार्य किया है जिससे नगर के समाजसेवियों में रोज व्याप्त है समाजसेवियों ने बताया कि पौराणिक कालीन मंदिर काली कुंडा मंदिर में विकास के लिए अनेकों लड़ाइयां लड़ी गई हैं और उसके बाद निर्माण कार्य हो रहा है लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है की सारी लड़ाई लड़ना जो विकास के लिए लड़ी गई वह बेकार हो रही है और विकास का इरादा धरासाही हो गया आपको बता दे की कालीकुंडा मंदिर नानपारा सदियों पुरानी मंदिर है और इसके विकास कार्यों के लिए नानपारा नगर के वह नानपारा देहात के अनेकों समाजसेवी आए दिन मुद्दा उठाते रहते थे और मंत्रियों मुख्यमंत्री को पत्र देते रहते थे उसके बाद अब निर्माण कार्य जारी हुआ लेकिन ठेके की प्रथा में व्याप्त भ्रष्ट्राचार के चलते ठेकेदारों के द्वारा भ्रष्टाचार के भेंट निर्माण कार्य को चढ़ा दिया गया समाज सेवी नीरज शर्मा पूर्व सभासद प्रतिनिधि ने बताया कि पीले ईंट से निर्माण कार्य किया जा रहा है एवं घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है जल्दबाजी में निर्माण कार्य करने के कारण मजबूती का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है किसी भी हालत में या निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए इसके लिए मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे वहीं पर पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर शारीरिक प्रमुख हनुमान सिंह आचार्य ने बताया कि यह निर्माण कार्य पूर्णतया गुणवत्ता विहीन है पीले ईट से निर्माण कार्य करके भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है और यह निर्माण कार्य सिर्फ और सिर्फ खाना पूर्ति करके धन निकासी के लिए किया जा रहा है। ज्ञात हो एक तरफ पीले ईंट के चट्टे लगाए गए हैं उसी के बगल में ही अव्वल ईंट के चट्टे भ्रमित करने के उद्देश्य से लगाए गए हैं जिससे की जांच में अधिकारियों/जनप्रतिनिधियों को भ्रमित किया जा सके तो खींच कर भ्रमित करने का खेल हो सके जबकि निर्माण कार्य में पीले ईंट जो गुणवत्ता विहीन है उन्हें का प्रयोग किया जा रहा है। समाजसेवियों ने यह भी बताया कि मंदिर में निर्माण कार्य चल रहा है और इसके लिए अनेकों लड़ाई लड़ने के बाद या निर्माण कार्य जारी हुआ लेकिन गुणवत्ताविहीन होने के कारण इरादों पर पानी फिर गया यह सनातन धर्म को मानने वालों के लिए बहुत ही दुख की बात है अभी तक लोगों को यह ही नहीं पता है कि किस कार्य के लिए बजट आया है और कौन सा कार्य मंदिर में होना है ठेकेदार के द्वारा मनमानी तौर से कार्य किया जा रहा है किया मंदिर शंकर स्कूल के सामने ही नानपारा नगर और तहसील के मार्ग पर ही स्थित है मुख्य मार्ग होने के कारण यहां से आए दिन एसडीम, नगर पालिका के जिम्मेदार एवं अनेकों अधिकारी, जनप्रतिनिधि, श्रद्धालु निकालते रहते हैं फिर भी उनकी नजर आखिर क्यों नहीं पड़ रही यह प्रश्न चिन्ह है?