हाईकोर्ट का आदेश भी होमगार्ड और उसके परिजनो को विवादित भूमि पर जबरन कब्जेदारी करने से नही रोक पा रहा है। पीड़ित का आरोप है कि जिले के शीर्ष अधिकारियों से लेकर नीचे तक न्याय के लिए चक्कर काट रहा है। मगर नतीजा शून्य है। होमगार्ड दबंगई से विवादित भूमि का जोतने का प्रयास कर रहा है। पीड़ित का आरोप है कि कप्तान साहब के निर्देश के बाद भी स्थानीय पुलिस मामले का संज्ञान न लेकर प्रभावी कार्यवाही नही कर रही है। पीड़ित का अब कहना है कि मुझे शक है कि भूमि के लिए विपक्षी मेरी जान भी ले सकते है। मामला कोतवाली नानपारा क्षेत्र के ग्राम ईसापुरवा दाखिली हुसैनीपुरवा का है। ईसापुरवा निवासी लल्लन पुत्र घसीटे ने बताया कि गांव के पास उसकी साढ़े नौ बीघा भूमि है। जिस पर खेती किसानी करके वह अपने बच्चों को पालता है। उसका भूमि विवाद उसी गांव के रहने वाले होम गार्ड विक्रम पुत्र मोलहे आदि से चल रहा है। जिनका प्रकरण माननीय उच्च न्यायालय खण्ड पीठ में याचिका संख्या-66/2010 के माध्यम से विचाराहीन होने के साथ यथा स्थिति बनाये रखने का स्टे भी है। बीती 20.06.2020 को विपक्षी होमगार्ड विक्रय ने अपने परिजनों और सहयोगियों के साथ दबंगई पर जबरन कब्जेदारी था प्रयास किया। तब याची ने माननीय उच्च न्यायालय में अवमानना वादसंख्या 1857/20 योपित की जिसकी सुनवाई चल रही है। अब माननीय न्यायालय ने कोई निर्णय भी नही लिया है। कि 10.06.2021 को प्रातः 4 बजे विपक्षी विक्रम, हेमराम, अशोक, मालती और अक्षय अपने साथियों के साथ असलहे से लैस होकर पुनः दबंगई से विवादित और न्यायालय में विचाराहीन भूमि पर जबरन कब्जेदारी करने के लिए जोताई करने का प्रयास किया कर रहे थे। याची ने थाना, उपजिलाधिकारी पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी बहराइच को तहरीर देकर न्याय की गोहार की मगर अब तक कुछ न होने से विक्रम आदि जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे है। आज पुनः विक्रम आदि ने कब्जेदारी की कोशिश की पीड़ित ने थाने का तहरीर दी है। इस सम्बन्ध में कोतवाल हर्षवर्धन सिंह का कहना है कि नियमानुसार कार्यवाही होगी।
रिपोर्ट- विवेक कुमार श्रीवास्तव