हिंदू से ईसाई बने थारू समुदाय के लोगों को आरएसएस ने कराया घर वापसी
cmdnews
09/01/2020
उत्तर प्रदेश, प्रमुख खबरें, बहराइच
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ईसाई धर्म की बाइबल सहित कई धार्मिक पुस्तकें हुई बरामद


रिपोर्ट मिथिलेश जायसवाल
बहराइच /भारत नेपाल सीमा पर इन दिनों ईसाई मिशनरियाँ खूब सक्रिय हैं, नेपाल से आकर के बॉर्डर क्षेत्र में रहने वाले थारू जनजाति के लोगों को झाड़-फूंक के माध्यम से प्रलोभन दे करके उन्हें ईसाई धर्म अपनवाया जा रहा है ,जब इसकी भनक हिंदू संगठनों को लगी तो क्षेत्र में उबाल आ गया ,क्षेत्र में इन दिनों ईसाई मिशनरियों इतना बड़ा धर्म परिवर्तन अभियान चला रही हैं, लेकिन शासन प्रशासन मौन बना रहा ,इसकी जानकारी जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने गांव का दौरा किया,दौरा करने के दौरान मामला सत्य मिला,लोगों ने बताया कि हम सबको झाड़-फूंक के माध्यम से ईसाई धर्म अपनवाया गया है,किताबें भी दी गई हैं प्रार्थनाएं भी कराई जाती हैं,

संघ के कार्यकर्ताओं ने भारी मात्रा में धार्मिक पुस्तकें भी बरामद की है ,
जिले की भारत नेपाल सीमा पर स्थित सुजौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत फकीरपुरी गांव में 21 परिवारों को झाड़-फूंक के माध्यम से ईसाई धर्म की सदस्यता दिलाई गई, इसके साथ ही लोगों को प्रलोभन के तौर पर कपड़े भी वितरित किए गए, इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से जब हिंदू संगठन के लोगों को मिली तो हिंदू संगठनों ने मौके पर जाकर के पता किया, तो बात सत्य निकली, मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की एक टीम फकीरपुरी गांव पहुंची,जहां पर गांव वालों के बयान दर्ज किए गए,गांव वालों ने बताया कि हम सबको झाड़-फूंक के माध्यम से ईसाई धर्म अपनवाया गया है, पहले यह लोग हमारा झाड़ फूंक कर इलाज कर रहे थे, इसके बाद समझा बुझा कर के हमें ईसाई धर्म की सदस्यता दिलाई है,

इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काफी देर तक समझाया बुझाया, समझाने के बाद गांव वासियों ने पुनः हिंदू धर्म में अपनी आस्था जताते हुए तुलसी की पत्ती खाकर और मंदिर में पूजन अर्चन कर हिन्दू धर्म अपनाया,इसके साथ ही लिखित शपथ पत्र देकर दोबारा धर्म परिवर्तन ना करने की भी जानकारी कार्यकर्ताओं को दी, जब कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया की थारू जनजातियों ने हमेशा राष्ट्र रक्षा में योगदान दिया है ,तब थारू समुदाय के लोगों ने कहा कि आप सब लोगों ने आकर के हमें जगा दिया, सच में हमें थारू होने पर गर्व है,सच में हम सब महाराणा प्रताप के वंशज हैं, जो कि हमारे ही नहीं अपितु संपूर्ण अखंड भारत के गर्व के प्रतीक हैं, इस मौके पर बाबूलाल शर्मा, पंकज गिरी, सुरेश वर्मा ,अमित, राहुल ,अमरेंद्र, माधुरी के साथ-साथ गांव के काफी लोग मौजूद रहे।