बलहा विकास खंड में गौवंश संरक्षण में प्रगति हो रही है। गौशालाओं में 222 गौवंशों की संख्या बढ़ी, चारागाह भूमि का विस्तार हुआ, और सफाई व टीन शेड का निर्माण किया जा रहा है। रिपोर्ट – विवेक श्रीवास्तव
जिला बहराइच में गौवंश संरक्षण के कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिल रही है। डीएम बहराइच के आदेशानुसार और मुख्य विकास अधिकारी के मार्गदर्शन में विकास खंड अधिकारी बलहा, संदीप कुमार, के अथक प्रयासों से गौशालाओं में गौवंशों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। साथ ही, चारागाह हेतु भूमि की उपलब्धता में भी तेजी से इजाफा किया गया है। बलहा विकास खंड में मई से लेकर अक्टूबर तक कुल 222 गौवंशों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके अंतर्गत अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल बंजरिया का नया निर्माण कराया गया है, जहाँ 198 गौवंशों को संरक्षित किया गया है। इसके अलावा, अस्थाई गौशाला भटेहटा में 8 और मंझौवा भुलौरा में 22 गौवंशों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गौशालाओं में न केवल गौवंशों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि उनके चारे और आवास की व्यवस्थाओं में भी सुधार किया जा रहा है। चारागाह हेतु भूमि की उपलब्धता मई में 14.8 हेक्टेयर थी, जिसे बढ़ाकर 17.8 हेक्टेयर कर दिया गया है। इसी प्रकार, हरे चारे की बुवाई में भी 2.65 हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे गौवंशों के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। साफ-सफाई और गौशालाओं की सुंदरीकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। लक्ष्मणपुर मटेही और नौसर गुमटिहा गौशालाओं में बोगन बेलिया के पेड़ लगाए जा रहे हैं, जिससे वहाँ का वातावरण और अधिक आकर्षक बने। इसके अलावा, सभी गौशालाओं में गौवंशों के लिए नए टीन शेड का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिससे उनका संरक्षण और देखभाल बेहतर तरीके से हो सके।