रिपोर्ट हरि शरण शर्मा
पुरानी पेंशन की मांग के लिए निकाला आक्रोश मार्च
पुरानी पेंशन की मांग के लिए निकाला आक्रोश मार्च,आंबडेकर पार्क से लेकर कलक्ट्रेट तक निकाला मार्च,जिले के शिक्षिकों, सरकारी कर्मियों ने निकाला मार्च,पार्क में सभा, सड़कों पर आकर दिखाया गया आक्रोश,पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मियों ने दिखाई एकजुटता
बदायूं। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर शिक्षकों एवं अन्य कर्मिचारियों ने आक्रोश मार्च निकाला। इससे पूर्व आंबेडकर पार्क में सभा की। सभा स्थल से बड़ी संख्या में शिक्षक एवं अन्य कर्मी नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे। यहां पर डीएम निधि श्रीवास्वत के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया।
अटेवा एवं एनएमओपीएस के राष्ट्रीय आवाह्न पर गुरुवार के लिए आंबेडकर पार्क में सभा की गयी। जिसमें सभी केंद्रीय कर्मचारी राज्य कर्मचारी, शिक्षक एवं विभिन्न संवर्ग के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली पर जोर दिया। अटेवा के जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने कहा अटेवा ही एक मात्र ऐसा संगठन है जो पुरानी पेंशन की मांग को जिले से लेकर प्रदेश और देश तक लड़ने का कार्य कर रहा है। विजय बंधु के नेतृत्व में यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक प्रत्येक कर्मचारी को पुरानी पेंशन नहीं मिल जाएगी। उन्होंने कहा न तो उन्हें एनपीएस चाहिए और न ही यूपीएस, चाहिए केवल पुरानी पेंशन। पुरानी पेंशन ही बुढ़ापे का असली सहारा होती है। अटेवा के जिला संरक्षक डॉ. राकेश प्रजापति ने कहा पुरानी पेंशन को प्राप्त करने के लिए सभी कर्मचारी सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने का कार्य करेंगे और यदि सरकार इस पर भी नहीं मानती है तो जन आंदोलन करने का भी कार्य अटेवा के द्वारा किया जाएगा। उन्होंने सभी कर्मचारियों से पुरानी पेंशन के लिए जाति धर्म और मजहब से उठकर अटेवा को मजबूती प्रदान करने पर बल दिया। अटेवा के जिला प्रभारी अनिल यादव ने कहा ये अटेवा के संघर्ष की ताकत है, जो दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक और राजस्थान में पुरानी पेंशन लागू हो चुकी है। सभी कर्मचारी इसी तरह अटेवा का साथ देते रहे तो आने वाले समय में पूरे देश में पुरानी पेंशन लागू होगी। जिला महामंत्री लल्लू सिंह प्रजापति ने कहा यह लड़ाई केवल कर्मचारी की नहीं है बल्कि पूरे समाज की लड़ाई है, क्योंकि समाज के व्यक्ति का कोई न कोई परिवारीजन सरकारी कर्मचारी अवश्य है। जिला कोषाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कर्मचारियों से अटेवा के अधिक से अधिक सदस्य बनने पर जोर दिया। जिला संगठन मंत्री निर्भान सिंह ने संगठन की मजबूती पर जोर दिया। जिला संरक्षक रवीश बंधु ने सभी को अटेवा के अब तक के संघर्ष के बारे में बताया। वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने कहा जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होगी ये संघर्ष जारी रहेगा। अटेवा की महिला जिला अध्यक्ष अंकिता सागर ने महिला कर्मचारियों को संघर्ष में बढ़चढ़कर भाग लेने पर जोर दिया। जिला उपाध्यक्ष जुबेर खान ने कहा एक देश में दो विधान नहीं चलेंगे, अगर पेंशन बंद करनी है तो नेताओं की भी पेंशन बंद होनी चाहिए। जिला उपाध्यक्ष रजनीश चौधरी ने कहा पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है और सरकार हमारी लाठी छीन रही है। इनके अलावा कार्यक्रम को जिला प्रवक्ता प्रमोद प्रजापति, विजय यादव, जिला मीडिया प्रभारी सूरज पाल, जिला उपाध्यक्ष रीता यादव, शहनाज बी, विनीता यादव, अजय मौर्य, आईटीसेल प्रभारी ने संबोधित किया।
ये रहे मौजूद
परसीमा यादव, अमित शर्मा, प्रेमानंद शर्मा, फरहत हुसैन, अरुण पाण्डेय, किरण सिसोदिया, लालबहादुर सिंह, रविंद्र यादव, प्रमोद शाक्य, प्रमोद पाठक, योगेश कुमार, इंद्रेश यादव, हरेंद्र यादव, नरेश पाल सिंह, महेश पाल सिंह, सुमित यादव, नवीन कुमार, भुवनेश गोविंद, नरेश पाल सिंह, मुकेश यादव, रूप किशोर सिंह, जितेंद्र यादव, देवेंद्र सरोज, धनंजय सरोज, अजय पटेल, अरविंद वर्मा, हरिओम मिश्रा, सचिन कुमार गुप्ता, विश्वनाथ प्रताप सिंह, निशांत शर्मा, अंकित चंद्र, प्रभात कुमार शर्मा, राजीव कुमार, कंचन लता, शिवांशु पटेल, शुभम सक्सेना, अफजल खान, सुकेश कुमार, चक्रेश कुमार, विप्लव भारती, विपिन शर्मा, मनोज सागर, बुधपाल सिंह गौतम मौजूद थे।
पुलिस बल सक्रिय रहा
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सड़क पर उतरे शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों की बड़ी संख्या को लेकर पुलिस बल सक्रिय रहा। सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकालकर पुरानी पेंशन बहाल न होने पर आक्रोश व्यक्त किया।