रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव
जनपद के विकास खण्ड रिसिया के ग्राम पंचायत लीलापारा में कायाकल्प योजना के अंतर्गत खर्च हुए सरकारी धन की यदि निष्पक्ष रूप से यदि जाँच करवाई जाएं तो सरकारी धन के दुरुपयोग सामने आना निश्चित है।
लीलापारा के प्रा.वि. पिपरहवा द्वितीय व प्रा.वि. विद्यालय लीलापारा में शौचालय मूत्रालय हैण्डवाश व पानी पीने की टंकी झाड़ आदि की स्थिति दयनीय है। गंदगी व जलभराव के बीच विद्यालय में बच्चे पढ़ने को मजबूर है। जिससे बीमारियों को न्योता मिल रहा है।
बालिका शौचालय व मूत्रालय
प्रा.वि. पिपरहवा द्वितीय में भरपूर मिट्टी व अन्य गंदगी से भरा हुआ है। शौच सीट सही न होने से सीट में गंदगी और पानी रुका रहता है। खास बात यह है कि पानी की टँकी ही नही लगी है। कायाकल्प योजना अंतर्गत खूब जमकर बंदरबांट किया गया मानक विहीन कार्य की वजह से लगाये गये टाईल्स उखड़ कर टूटे हुए हैं। शौच सीट भी व्यवस्थित सही ढंग से नही है। शौचालय मूत्रालय में गंदगी की वजह से अंदर जाना नामुमकिन सा है। वही लीलापारा में भी झाड़ गन्दगी से समस्या बरकरार है।
बालक शौचालय मूत्रालय
पिपरहवा द्वितीय में बड़ी बड़ी झाड़ लगी हैं। शौचालय मूत्रालय की सीटें भी गजब रूप में हैं। टूटी पाईप गंदगी से भरपूर शौच की सीटो में गन्दा बदबूदार पानी भरा होना यह निश्चित करता है। कि शौचालय की सीट टैंक से सही रूप से उपयोग में नही है। वही लीलापारा में भी शौचालय मूत्रालय में गंदगी हैं पाईपें टूटी हुई हैं।
दिव्यांग शौचालय
पिपरहवा द्वितीय में सिर्फ खाना पूर्ति के लिए सीट पाइप बेसिंग जैसे कुछ सामान रखवा दिया गया है। ऐसे ही सामान दिव्यांग शौचालय में इधर उधर पड़ा है। किसी भी चीज को उपयोग के लायक व्यवस्थित नही किया गया है।
विद्यालय परिसर में सरकारी नल
पिपरहवा द्वतीय की स्थिति की बात करें तो नल से पानी नही आता है। पानी नल के बारे पूछने पर पता चला कि काफी देर चलाने के बाद थोड़ा थोड़ा पानी रस्ता है। विद्यालय के बाहर लगा सरकारी नल भी खराब है। वही लीलापारा की भी स्थिति सुधार करने योग्य हैं।
पानी टंकी टोटी नल
टोटी नल के नीचे हाथ धुलने वाले वाश बेसिंग में जलभराव है। गन्दगी जमी हुई है टंकी टोटियों से पानी नही आ रहा।
विद्यालय की अध्यापिका ने बताया
शौचालय मूत्रालय पानी की उचित व्यवस्था न होने से बालक बालिकाओं को घर भेजना पड़ता है। विद्यालय के सामने मुख्य मार्ग है जिस पर वाहन चलते रहते है। विद्यार्थियों में लिए खतरा होता है।
विद्यार्थियों ने बताया
शौचालय मूत्रालय सही व्यवस्थित न होने व समुचित पानी व पेयजलापूर्ति की व्यवस्था न होने से हम सभी को काफी परेशानी होती है।