दिनाँक 06.06.2019 को बाल श्रम उन्मूलन जनपद समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार बहराइच में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। अध्यक्ष महोदय द्वारा नया सवेरा योजना के तहत बाल श्रम मुक्त घोषित होने वाले प्रस्तावित ग्रामों तथा शहरी वार्डों, बाल श्रम उन्मूलन अभियान तथा बंधुआ श्रम उन्मूलन की स्थिति की समीक्षा की।
इस दौरान श्रम प्रवर्तन अधिकारी विश्वदेव भारती तथा तकनीकी रिसोर्स पर्सन सत्येन्द्र पांडेय ने श्रम विभाग द्वारा संचालित नया सवेरा योजना के विषय मे बताया कि योजना के तहत जनपद के बाल श्रम से प्रभावित 36 क्षेत्र आच्छादित है, जिसमे से 10 क्षेत्रों क्रमशः चित्तौरा से नगरौर, खलीलपुर, कुरवारी माफी, मुरावपुरवा, अजातापुर, रायपुर तथा महसी से बंभौरी, साधुवापुर, मासाडीहा और नगर वार्ड से रायपुर राजा को बाल श्रम मुक्त घोषित होने हेतु चयनित किया गया है, इन क्षेत्रों में चयनित 127 कामकाजी बच्चों का नामांकन शिक्षा विभाग एवं पंचायत के सहयोग से विद्यालयों में आयु संगत कक्षाओं में कराया गया है और फालोअप और जन जागरूकता हेतु क्रमबद्ध तरीके से सामुदायिक बैठके आयोजित की जा रही हैं, इसी के तहत चयनित क्षेत्रों में विद्यालय प्रबंध समिति, बाल संरक्षण समिति और विकास खंड स्तर पर बैठक के उपरांत उक्त ग्राम बाल श्रम मुक्त घोषित होने हेतु प्रस्तावित हुए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि बाल श्रम उन्मूलन पर किये जा रहे संबंधित कार्यों से नियमित अंतराल पर उप जिलाधिकारी को अवगत कराते रहें साथ ही जून माह से प्रस्तावित बाल श्रम उन्मूलन अभियान हेतु टास्क फोर्स का गठन सुनिश्चित कराएं और समय समय पर बाल श्रम उन्मूलन हेतु अभियान चलाएं।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी पेंसिल पोर्टल के विषय में चर्चा हुई कि कोई भी व्यक्ति बाल श्रम की सूचना pencil.gov.in पर दे सकता है, जिस पर प्रभावी कार्यवाही अपनायी जाएगी।
उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर, महसी और कैसरगंज, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर, डी0सी0 मनरेगा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, सदस्य बाल कल्याण समिति, खंड विकास अधिकारी चित्तौरा, ए0डी0ओ0 महसी, प्रतिनिधि यूनिसेफ, महिला समाख्या, चाइल्डलाइन तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधिओं सहित संबंधित चयनित क्षेत्रों के ग्राम प्रधान और सभासद उपस्थित रहे।
रिपोर्ट:- मलखान सिंह
विवेक कुमार श्रीवास्तव संपादक