मिहींपुरवा ब्लॉक संवादाता महेश कुमार तिवारी की रिपोर्ट
आज 25 जुलाई 20 20 दिन शनिवार
उत्तर प्रदेश बहराइच जिले के मिहींपुरवा ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत हरखापुर का मामला
बताते चलें कि एक तरफ केंद्र व यूपी सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर कड़ा कदम उठाने का दावा कर रही है दूसरी तरफ ग्राम प्रधान उन दावों के तरफ ध्यान ना देकर सरकार के द्वारा उठाए गए हर कदम को पीछे खींचने का काम कर रहे हैं
जरा चित्र में ध्यान दिया जाए की नाली किस तरह झाड़ियों में तब्दील हो गई है इस नाली में लोगों द्वारा छोड़ा गया लैट्रिन का गंदा पानी भी आकर आरसीसी सड़क पर होकर मौर्य समाज मंदिर सामने सड़क पर फैला हुआ है।
यह बरसात का कीचड़ नहीं है बल्कि हमेशा वाला कीचड़ है।
मंदिर के सामने नाली के गंदे पानी की वजह से मंदिर पर जल चढ़ाने जाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
लोग जल चढ़ाने के लिए सीधे ना आकर अपना रास्ता बदल कर चार कदम के बजाय कम से कम 500 मीटर की दूरी तय करके मंदिर पर पहुंच पाते हैं
इस नाली की कई बार खबर निकाली गई परंतु जैसे किसी का ध्यान मंदिर की तरफ जाता ही नहीं है
इस नाली को साफ कराने के लिए प्रधान के पास सालों से बजट नहीं है बाकी काम के लिए बजट है
पीडीएफ मे एक दो पैरा पर ध्यान दें जैसे-
चिरौंजी बाजपेई के घर से लालाराम के घर तक नाली निर्माण लागत195000
जिस जगह पर नाली कभी भी निर्माण हुआ ही नहीं है।
दूसरा हरखापुर मैं पुलिया से तारु महाराज के मंदिर तक नाली निर्माण लागत175000
इस तरीके से कई कार्य कूड़ा दान ग्राम सभा में एक भी नहीं , खड़ंजा मरम्मत, खड़ंजा निर्माण ग्राम समाज भूमि बिक्री कई कमियां जांच के दौरान सामने उजागर होंगी ।
ग्राम के लोग सामने खड़े होकर न्यूज़ देने से कतराते हैं कहते हैं कि कोई जांच करने तो आता नहीं है ।
प्रधान द्वारा हमेशा यही कहा जाता है कि हमारा कोई कुछ नहीं कर पाएगा आखिर में प्रधान का कहना ही सत्य सिद्ध होता दिखाई दे रहा है।
अब देखना यह है कि ग्रामसभा हरखापुर की जांच करवाने हेतु सरकार कितना कड़ा रुख अख्तियार करती है जांच के दौरान इस तरह की प्रधान की तमाम काली करतूत प्रत्यक्ष होना तय है।