रिपोर्ट: विवेक श्रीवास्तव
बहराइच- विकासखंड बलहा के अंतर्गत आने वाले उपस्वास्थ्य केंद्र जगन्नाथपुर पूरे बेचाई का भवन बदतर है। जर्जर भवन में संचालित इस केंद्र की हालत इतनी खराब है कि यहां स्वास्थ सेवाएं देना और लेना दोनों ही एक ठप है। भवन की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं, छत से प्लास्टर गिर रहा है और बारिश के मौसम में पानी टपकता रहता है। दरवाजे नही है। स्वास्थ हेतु उपकरण पर धूल जम गई है। बड़े बड़े झाड़ियां लगी है। अस्पताल में लगे सरकारी हैंडपंप भी खराब है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस उपस्वास्थ्य केंद्र जर्जर होने के कारण सरकारी सुविधा से हम लोग वंचित है।पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण लोग मजबूरन निजी चिकित्सकों के पास और लगभग दस किलोमीटर दूर स्थित सीएचसी नानपारा जाने को विवश हैं। सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन इस उपस्वास्थ्य केंद्र की दुर्दशा उन दावों की पोल खोलती है।
स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों को इसके बारे में सूचित किया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस केंद्र पर इलाज की सुविधा नही हैं, न ही किसी प्रकार की आधुनिक चिकित्सा उपकरण। एएनएम जब भी आती है तो कभी पंचायत भवन तो कभी कही अन्य जगह बैठकर योजनाओं का संचालन करती हैं।
सरकार को ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।