रिपोर्ट कृष्णा गोपाल
780 ग्राम चरस के साथ एक नेपाली अभियुक्त को एस एस बी ने किया गिरफ्तार
आज मंगलवार दिनांक 10 अक्टूबर 2023 समय लगभग 15:30 बजे 42वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल जनपद बहराइच-। की सीमा चौकी रूपैईडीहा की नेपाल से भारत BIT चेकपोस्ट पर एक नेपाली युवक को संदेह के आधार पर BIT टीम के द्वारा रोका गया। रोकने के पश्चात उसकी चैकिंग की गई जिसके दौरान उसके पास से 780 ग्राम चरस कमर से बंधा हुआ प्राप्त हुआ। अभियुक्त से उसका नाम एवम पता पूछा गया तो उसने अपना नाम बालकृष्ण साही,पुत्र- सरपु साही,उम्र-27 वर्ष, पता-जूनी चांदे, थाना- जाजरकोट, जिला-जाजरकोट, नेपाल बताया तथा BIT टीम के गहन पूछताछ करने पर अभियुक्त ने बताया कि यह चरस उसे बालकृष्ण नाम के एक दूसरे व्यक्ति से मिली है जो नेपाल में रहता है और उसने मुझे यह चरस किसी अनजान व्यक्ति को नेपालगंज रोड रेलवे स्टेशन, जनपद- बहराइच, भारत में सौंपने के लिए बताया है और इस काम को करने के लिए 4000 रु भारतीय मुद्रा मिली है। बॉर्डर इंटरेक्शन टीम के द्वारा अभियुक्त के पास से 780 ग्राम चरस और ₹4000 भारतीय रुपया एक मोबाइल बरामद किया गया। अभियुक्त को माननीय सर्वोच्च न्यायलय व मानव अधिकार के निर्देशों का पालन करते हुए गिरफ्तार किया गया तथा सभी आवश्यक औपचारिकता विधिवत रूप से पूर्ण करने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना रूपैईडीहा जनपद बहराइच को सुपुर्द किया गया 42वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बहराइच-। के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने बताया कि हमारे जवान अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं तथा भारत नेपाल सीमा पर चलते अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम बिक्री, निष्कर्षण तथा पूर्ण रूप से लगाम लगाने के लिए कार्मिकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं जिनके द्वारा 24 घंटे सीमा पर चौकसी बरती जा रही हैं तथा सीमावर्ती जनता से अपील की गई की सशस्त्र सीमा बल के द्वारा प्रदान की गई टोल फ्री नंबर 1903 पर “भारत नेपाल सीमा पर किसी अवैध कार्यवाही अथवा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगो की सूचना राष्ट्रहित में दे कर राष्ट्र सेवा कर सकते है। सूचनाकर्ता का नाम व पता गोपनीय रखा जायेगा राष्ट्र सेवा में आपके द्वारा किए गए सराहनीय योगदान में सशस्त्र सीमा बल सदैव आपके साथ हैं इस प्रकार के मादक पदार्थों की अवैध गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों के बारे में सूचित करें ताकि अपने समाज व युवा पीढ़ी को खोखला होने से बचाया जा सके।