जनपद के गिलौला के रघुनाथपुर निवासी बच्छराज ने बताया की पत्नी गर्भवती थी पाँच सितम्बर को अचानक कुछ परेशानी होने पर गाँव की आशा बहु शबनम से सम्पर्क किया और सरकारी अस्पताल के लिए आशा बहु के साथ निकले किन्तु आशा बहु ने बच्छराज को गुमराह करके धोखे से गिलौला बाजार में विजय पाली क्लीनिक लेकर चले गए जहाँ गर्भवती पत्नी मालती का गलत इलाज किया हालात सुधरती न देख बच्छराज ने अनाधिकृत डॉक्टर विजय से कहाँ की यदि कोई समस्या हो तो सरकारी अस्पताल भेजवा दीजिये तभी पॉलिक्लिनिक संचालक व आशाबहु व अन्य चार लोग ने बच्छराज से कहा की यही इलाज करवाओ वरना उल्टी सीधी दवा दे देंगे तुम्हारी पत्नी बच्चे दोनो मर जाएंगे। अनाधिकृत डॉक्टर विजय कुमार के कहने पर बच्छराज स्वयं जाकर अपनी पत्नी का निर्मला डायग्नोस्टिक सेंटर से अल्ट्रासाउंड करवाया और रिपोर्ट अनाधिकृत डॉक्टर विजय कुमार को दिया। बच्चे के जन्म का समय पन्द्रह दिन बाद का था लेकिन आशा बहु व अनाधिकृत डॉक्टर विजय व अन्य चार लोगो ने मिलकर बच्छराज की गर्भवती पत्नी के गलत तरीके से इंजेक्शन लगा कर समय से पहले ही प्रसव करा दिया। पत्नी व बच्चे की हालत बिगड़ती देख बच्छराज ने अनाधिकृत डॉक्टर से निवेदन किया कि मेरे पत्नी व बच्चे को कही और इलाज के लिए भेज दीजिये तब उक्त पॉलिक्लिनिक के अनाधिकृत डॉक्टर आशा बहु व अन्य चार लोग स्टॉप के दबाव बनाते हुए पचास हजार रुपये रुपये जमा करो तब रिफर करेंगे प्राथी रुपये की व्यवस्था करने चला गया इसी बीच गलत इलाज व लापरवाही ऑक्सीजन न मिलने की वजह से बच्चे की मृत्यु हो गयी। बच्छराज ने अपनी पत्नी की जान बचाने के लिए पचास हजार रुपये जमा किया तब जाकर उपरोक्त दबंगो अनाधिकृत डॉक्टर ने रिफर किया अर्थात पॉलिक्लिनिक से बाहर पत्नी को ले जाने दिया। बच्छराज की पत्नी का अभी भी इलाज चल रहा है। बच्छराज ने यह भी बताया है कि अब सभी दोषियों ने धमकी दी है कि अगर कही शिकायत करोगे तो जान से मरवा देंगे। बच्छराज ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी , उप महानिरीक्षक देवीपाटन मण्डल आदि को जरिये रजिस्ट्री डाक शिकायत कर कार्यवाही की माँग की है।
रिपोर्ट- संवाददाता संदीप पांडेय