धारा 370 हटने के दूसरी वर्षगांठ पर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगो ने खुलकर रखी अपनी राय।
एम.असरार सिद्दीकी।
रूपईडीहा/बहराइच । जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के दूसरी वर्ष गांठ के उपलक्ष्य में भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों से संवाददाता ने रॉय जाननी चाही तो सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों ने इस सम्बंध में खुलकर अपनी राय ब्यक्त की। आज अनुच्छेद 370 हटने के 2 वर्ष पूर्ण होने वाले हैं इस सम्बंध में लोगों ने बताया कि जब पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के अलंकरण 370 और 35-ए हटे तो कश्मीर को जानने में सभी लोगों की रुचि बढ़ी।संवाददाता द्वारा क्षेत्र के बहुत से लोगों से इस विषय पर संवाद स्थापित किया हर तरह के लोगों से बात की इन लोगों से बहुत बातें सामने निकल कर आई परन्तु सीमा क्षेत्र रूपईडीहा में पर्यटन का शौक रखने वाले लोगो का कहना है कि पहले लोगों में एक डर का माहौल बना रहता था परंतु अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन उद्योग के अच्छे दिन लौट आए हैं और अब लोग बिना भय के धरती के स्वर्ग का दीदार करने के लिए जा रहे है। कोविड-19 महामारी की चिंता छोड़कर पर्यटक केंद्रशासित प्रदेश में लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं। प्रशासन भी कोरोना को लेकर सचेत है। एयरपोर्ट पर ही कोरोना टेस्टिंग के लिए कैंप लगाए गए हैं ताकि कोरोना की रोकथाम की जा सका। जम्मू-कश्मीर की बेहतरी के लिए सरकार कदम उठा ही रही है । नए साल पर वहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ी ही थी परंतु इस बार फरवरी-मार्च तक भी यहां अच्छी संख्या में पर्यटक पहुंच थे । आइस स्केटिंग का मजा लेने के लिए लोगों का उत्साह देखने लायक था। जो कश्मीर कल तक आतंकवाद से ग्रस्त माना जाता था, वहां 370 हटने के बाद से एक अलग तरह का माहौल है। लोग बिना किसी खौफ के यहां आ रहे हैं और अपनी छुट्टियां गुजार रहे हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर पर्यटन क्षेत्र में कार्यरत लोग व संस्थाएं अच्छा लाभ कमा रही है। 370 हटने के बाद स्थानीय और बाहरी पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। यहां की खास बात ये है कि यहां सब कुछ प्राकृतिक है। बर्फ के ढेर के बीच से बहता पानी आपको सुखद अहसास दिलाता है। पर्यटको को धरती पर स्वर्ग को देखने का सपना जो अधूरा लगता था अब पूरा होने लगा है ।