रिपोर्ट हरि शरण शर्मा
पीड़ित परिवार को मुआवजा दे योगी सरकार: राष्ट्रीय महासचिव
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कठोर कानून बनाए सरकार: प्रदेश महासचिव
आईरा पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है: जिलाध्यक्ष
बदायूं। आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) बदायूं ने बुधवार को जिले भर के आईरा पदाधिकारियों और पत्रकारों के साथ सीतापुर के पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेयी के हत्यारों को फांसी देने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर मालवीय आवास गृह, बदायूं पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
धरना-प्रदर्शन के दौरान आईरा के राष्ट्रीय महासचिव और बदायूं अमर प्रभात के संपादक वेदभानु आर्य ने कहा, “मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उत्तर प्रदेश में हमेशा शासन और प्रशासन के सहयोग से लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करता आया है। लेकिन सीतापुर में दिनदहाड़े ईमानदार पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेयी की हत्या प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश पैदा करने वाली घटना है। सरकार हत्यारों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दे और पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान करे।”
प्रदेश महासचिव अवरार अहमद ने कहा, “आईरा लंबे समय से उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान के लिए मांग कर रही है, लेकिन सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है। सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेयी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। हम मांग करते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सरकार कठोर कानून बनाए।”
पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी हामिद अली खां राजपूत ने कहा, “सरकार को मृतक पत्रकार के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए, ताकि वे जीवन यापन कर सकें।”
आईरा जिलाध्यक्ष बदायूं वेदपाल सिंह ने कहा, “भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले सीतापुर के ईमानदार पत्रकार की हत्या चौथे स्तंभ के लिए बड़ी क्षति है। प्रदेश के सभी पत्रकार सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को फांसी दी जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले। यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो आईरा प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी।”
जिला प्रभारी नरेंद्र सिंह ने कहा, “अगर चौथा स्तंभ ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी? यह घटना मीडिया जगत के लिए चिंता का विषय है। सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।”
धरना प्रदर्शन को अधिवक्ता फुरकान खान, अनिरुद्ध सिंह, तसलीम गाज़ी, इरशाद अली समेत आदि अधिवक्ताओं ने अपना समर्थन दिया।
धरना-प्रदर्शन में आईरा के समस्त तहसील अध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौजूद रहे।