रिपोर्ट सुनील तिवारी सी एम डी न्यूज
परिवहन विभाग के लेखाकार बाबू पर सरकार की ट्रांसफर पॉलिसी बेअसर,अफसर भी नतमस्तक
गोण्डा : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ट्रांसफर पॉलिसी का गोण्डा जिले के आरटीओ कार्यालय लेखाकार बिभाग में तैनात बाबू पर कोई असर नहीं होता. सेटिंगबाज बाबू के आगे लेखाकार विभाग के सीनियर अफसर नतमस्तक हैं।पिछले कई साल से लेखाकार का बाबू आरटीओ कार्यालय में अंगद के पैर की तरह अपना पैर जमाए हुए हैं।इनका तबादला होता ही नहीं है ऐसा लगता है, अगर होता भी है तो इनका जुगाड़ इतना है कि किसी को हिम्मत नहीं पड़ती है कि इनको रिलीव कर दें, सूत्रों के मुताबिक गोंडा आरटीओ ऑफिस में तैनात लेखाकार के बाबू का ट्रांसफर जून 2023 में ही हो गया था। लेकिन लेखाकार का बाबू आरटीओ ऑफिस में ही अंगद की तरह अपना पैर जमाए हुए बैठा हुआ है।जैसे इनके लिए ट्रांसफर पॉलिसी बनी ही नहीं है.कार्यालय के हर काम में लेखाकार के बाबू की चलती है।सूत्र बताते हैं कि ऐसे लेखाकार बाबू है कि इन्होंने आए से अधिक संपत्ति भी अर्जित कर ली है। वहीं सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि लेखाकार बाबू का ऊपर तक जुगाड़ होने के चलते किसी तरह की कार्रवाई तो दूर तबादले के बाद कार्यालय से हटाने तक की अफसरों की हिम्मत नहीं पड़ रही है।और संपत्ति में तो पता नहीं कितनी ऊंची जंप लगा चुके हैं।
आरटीओ ऑफिस के लेखाकार बाबू की ऊंची पहुंच
जेल रोड स्थित आरटीओ कार्यालय की बात करें तो यहां पर लेखाकार बाबू सभाजीत त्रिपाठी कई वर्षों से जमे हुए हैं।सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन के लिए बलरामपुर का ट्रांसफर हुआ था, लेकिन अपनी ऊंची पहुंच होने के कारण फिर कुछ दिन बाद गोंडा परिवहन विभाग लेखाकार बाबू के पद पर कर लिया था। वही जून 2023 में फिर ट्रांसफर पॉलिसी के दायरे में आ गए थे, लेकिन ऊपर तक सेटिंग होने के चलते ट्रांसफर पॉलिसी बेअसर साबित हुई। लेखाकार बाबू का परिवहन परिवहन विभाग में कार्य है रजिस्टर को मेंटेन रखना और कर्मचारियों की सैलरी बनाना ऑफिस का पूरा काम देखना रहता है। लेकिन लेखाकार बाबू तो परिवहन विभाग में लाइसेंस से लेकर गाड़ी ट्रांसफर, रिनुवल,प्रदूषण, आदि कार्य परिवहन विभाग का देख रहे हैं।सूत्र बताते हैं कि ऊपर तक अच्छा खासा हिसाब किताब है। इसलिए अफसर इधर अपनी नजरें ही टेढ़ी नहीं कर पाते हैं। लेखाकार बाबू सभाजीत त्रिपाठी कई वर्षों से गोंडा परिवहन भी कार्यालय में अपनी जगह पक्की किए हुए हैं। ऐसे में इन्हें काफी समय गोण्डा में ही हो गया. ट्रांसफर पॉलिसी आती-जाती रही, इन पर कोई असर न हुआ है अधिकारियों की कृपा से ट्रांसफर पॉलिसी को लगातार मुंह चिढ़ा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक
लेखाकार बाबू सभाजीत त्रिपाठी अब नेतागिरी के दम पर ट्रांसफर पॉलिसी का असर अपने ऊपर नहीं होने दे रहे हैं।
वही जब लेखाकार बाबू सभाजीत त्रिपाठी के स्थानांतरण की जानकारी मंडलीय परिवहन प्रशासनिक अधिकारी
उमाशंकर यादव से ली गई तो उन्होंने बताया कि वह लेखाकार के पद पर तैनात हैं और उनका स्थानांतरण हो चुका है लेकिन उनका विभाग उन्हें रिलीव नहीं कर रहा है। वह हमारे विभाग में अटैच है हमें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।