अमरीश चंद्र श्रीवास्तव की रिपोर्ट
नानपारा मटेरा।नानपारा रेँज के बघौली बौरी जंगल मे तेदुआ के आ जाने से ग्रामीणो मे दहशत फैल गया है आसपास के ग्रामीणों को जंगल से बीनकर जलौनी लकड़ी लेने जाने मे जहाँ पसीने छूट रहे है वहीं जंगल के बीचोंबीच से निकलने वाले राहगीरों को रास्ता निकलने मे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है बौरी जंगल के आसपास घनी आबादी होने के कारण ग्रामीणों मे दहशत फैला है जंगल के बीच मे बौरी समय देवी का मन्दिर है जहाँ पर हर सोमवार व वृहस्पति वार को भारी श्रद्धालुओं का आगमन होता है नवरात्रि मे रोजाना दूर दूर से मां के भक्त आते है जंगल के घना होने व बीचोबीच से रास्ता होने के कारण राहगीरों को आने जाने मे डर लगता है जंगल के किनारे दर्जनों गांवों के बसे होने के कारण मानिकपुर ,भगवान पुर, चन्देला कला, रिषीनगर गुरगुजपुरवा,पुजारी पुरवा जूड़ा सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीण बीच जंगल मे होकर जंगली नाथ मंदिर चौराहा पर अपनी दिनचर्या का सामान खरीदने व अन्य कामों के लिए निकलना पड़ता है आसपास के ग्रामीण किशोरी,रामासरे मोतीलाल रामावतार सुभाष सहित ग्रामीणों ने बताया कि तेदुये ने अभी तक किसी राहगीर पर आक्रमण नही किया है परंतु पास पड़ोस के गायो व जंगली जानवरों को अपना भोजन जरूर बनाया है ग्रामीणों के अनुसार अगर वनविभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अगर कोई ऊपाय नही किया गया तो जंगल के अगल बगल के ग्रामीणों को जंगल से निकलना व नजदीक के गांव के ग्रामीणों को घरों मे रहना कठिन हो जायेगा।
विवेक कुमार श्रीवास्तव सम्पादक