रुबीना खान और शेष कुमार अवस्थी ने अपने विवाह को एक नई दिशा दी है जबकि उनके परिजनों द्वारा विरोध किया जा रहा था। इसके बावजूद, रुबीना खान ने अपने मजहब की परवाह न करते हुए शेष कुमार अवस्थी के साथ मंदिर में सात फेरे लिए और हिन्दू रीति रिवाजों को अपनाने के लिए हमेशा के लिए शेष कुमार का दामन थाम लिया। इसके पश्चात न्यायालय ने उन्हें और उनके परिजनों को पूरी सुरक्षा के साथ सुपुर्द कर दिया है।
यह प्रेम प्रसंग कोतवाली देहात इलाके के शिवपुरा निवासी रुबीना खान और शेष कुमार अवस्थी के बीच काफी समय से चल रहा था। इसके कारण, उन्हें दोनों के अलग-अलग समुदायों के होने के कारण एक होने में काफी मुश्किलें आ रही थीं। इसलिए, रुबीना और शेष ने परिजनों के विरोध के बावजूद मंदिर में विवाह करने का निर्णय लिया और हिन्दू रीति रिवाजों को मान्यता देने के बाद रुबीना ने शेष कुमार के नाम का सिंदूर अपनी माँग में भर लिया, और रुबीना खान से रूबी अवस्थी बन गई। इसके बाद, रुबीना के परिजनों ने शेष कुमार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस ने रुबीना और शेष कुमार को गिरफ्तार किया और उन्हें न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में पहुंचते ही रुबीना खान ने जज साहब से कहा कि वह बालिग हैं और उन्हें अपने अधिकार का प्रयोग करके अपना फैसला करने की अनुमति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी इच्छा से अपने मजहब को छोड़कर हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार विवाह किया है।
फिलहाल, न्यायालय ने दोनों को पूरी सुरक्षा के साथ लड़के के परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में लड़के के पिता कन्हैय्या लाल अवस्थी ने बताया कि वह
इस शादी से बहुत प्रसन्न हैं और मुस्लिम समुदाय की बिटिया को हृदय से स्वीकार किया है, और उन्हें अपनी घर की बहु के रूप में स्वीकार किया है।