रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव
जिले के विकास खण्ड बलहा अंतर्गत ग्राम पंचायत सिसवारा के जावेद ने जिम्मेदारों को लिखित शिकायत करते हुए बताया की ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी भ्रष्टाचार में पूर्ण रूप से संलिप्त है जिससे गांव व गरीबो के विकास पर ग्रहण लगा हुआ हैं, विकास कार्यों के धन का बंदरबांट माफिया व बड़े धनवान लोगो में किया जाता हैं,
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों आश्रय विहीन को आवास मिलना तय होना था उसमें भी खेल करके जिनके मकान पहले से बने है उन्ही को मोटी रकम लेकर दिया गया, जिनको आवास 2015 में मिल चुका है उन्ही को 2017 में फिर से दिया गया, जिनका पक्का मकान है एक ही परिवार में कई आवास दिए गए, आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि मनरेगा में गरीबो मजदूर वर्ग का नाम शामिल नही किया जाता है क्योकि सुविधा शुल्क देने के लिए सक्षम नही है मनरेगा में भी धनवान लोगो का नाम है जो कभी मजदूरी तक नही करते।
शौचालय में भी भ्रष्टाचार व्याप्त हैं अपात्र लोगो को शौचालय का लाभ दिया गया जिनसे आधा रुपया वापस वसूली किया जाना प्रथा बन चुका हैं मौके पर शौचालय भी नही बना है एक घर मे तीन तीन लोगों के शौचालय के रुपये दिए गए मौके पर 20% जनता के घर शौचालय है, बाकी का धन भ्रष्टाचारी डकार गए।