रिपोर्टर कृष्ण गोपाल
जनपद बहराइच नानपारा के प्रदेश भर में यूपी जीएसटी की सर्वे टीम द्वारा छापे की कार्रवाई जारी है इसके विरोध में विभिन्न जिलों में व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किए हैं तथा ज्ञापन दिया है इसी क्रम में नानपारा में शनिवार को उद्योग व्यापार मंडल नानपारा के अध्यक्ष अब्दुल मुशीर सेठ, उपाध्यक्ष प्रकाश वीर गुप्ता, महामंत्री तेज प्रकाश अग्रवाल के नेतृत्व में गांधी पार्क से जुलूस निकालकर मुख्य बाजार होते हुए सभी व्यापारी एसडीएम कोर्ट पहुंचे और प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं डीएम बहराइच को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार नानपारा पीयूष श्रीवास्तव को सौंपा।
व्यापारियों ने ज्ञापन में कहा है कि सर्वे छापे से व्यापारियों में दहशत है इस सर्वे से इंस्पेक्टर राज और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा व्यापारी समाज का उत्पीड़न होगा पिछले कई दशकों से यह सर्वे बंद रहा शिकायत के आधार पर सर्वे का कानून जीएसटी में है लेकिन वर्तमान में जनरल सर्वे करके व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है अतः सर्वे को रोका जाए ।
ज्ञापन प्राप्त करने के बाद तहसीलदार ने कहा कि वे संबंधित ज्ञापन को पहुंचा देंगे सरकार सर्वहित के लिए कार्य कर रही है। इस मौके पर हाजी मुन्नन ,मनोज कुमार ,तस्दीक हाशमी , रामगोपाल ,गुड्डू मारिया, रईस अहमद खान अब्दुल रजाक आदि मौजूद रहे, उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष अब्दुल मुशीर सेट ने पत्रकारों को बताया कि जब से जीएसटी लागू हुई है सभी कुछ ऑनलाइन है सरकारी पोर्टल पर दर्ज है मासिक अथवा 3 मासिक व्यापारी अपना नक्शा जमा करते हैं खरीद बिक्री नियमानुसार दिखाते हैं फिर भी सभी व्यापारियों पर छापे कार्रवाई की जा रही जो जीएसटी के दायरे में नहीं आते उनके यहां भी छापे पड़ रहे हैं इसे रोका जाए ।
मंडल उपाध्यक्ष प्रकाश वीर गुप्ता ने कहा जो अनावश्यक छापेमारी की जा रही है इससे व्यापारी भयभीत हैं तथा आक्रोश है इससे व्यापारी भ्रष्टाचार का शिकार होगा हमारी सरकार की मंशा है कि भयमुक्त समाज का वातावरण देना इस पर लांछन लगेगा उन्होंने कहा कि हम सरकार से चाहते हैं कि जैसा कि जीएसटी लागू होने से पूर्व कहा गया था कि व्यापारी उत्पीड़न नहीं होगा सर्वे छापे बंद होंगे हम चाहते हैं अनावश्यक छापे की कार्रवाई बंद हो । वरिष्ठ व्यापारी सुरेश शाह ने कहा कि प्रतिमाह सरकार को डेढ़ लाख करोड़ से अधिक जीएसटी का संग्रह मिल रहा है इसके बावजूद छापेमारी उचित नहीं है जो व्यापारी गलत हैं सिर्फ उन की ही नियमानुसार जांच किया जाना चाहिए ।