रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव सम्पादक
ग्रामीण आज भी बीच में लटक कर झूल रहे झूला लालीपाप की तरह सफाई और सोकफिट योजना
जनपद के विकास खण्ड रिसिया के ग्राम पंचायत मांसूपुर में पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय के बगल में कूड़ाघर बना हुआ है ग्राम पंचायत में कई सोकफिट गड्ढे नाम मात्र बना कर खुले गड्ढे छोड़ दिए जिसमे आय दिन जानवर व बच्चे गिरते है सोकफिट के नाम पर सिर्फ मानकविहीनता का खेल खेला गया है ,
पंचायत भवन में अधिकतर ताला ही लटकता रहता है प्राथमिक विद्यालय में बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते है वही मूत्रालय छतिग्रस्त है टैंक भी बगल से टूट चुका है ईंट उखड़ रहे हैं उसी के एक तरह इतना कूड़ा है कि कूड़ाघर बना दिया गया है जिसमे से बदबू आती रहती है जिससे बच्चे बीमारियों की तरफ ढकेले जा रहे है यदि पंचायत भवन के जिम्मेदार प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी यदि समयानुसार पंचायत भवन में रहे तो शायद कूड़े की बुरी बदबू में न बैठे और सफाई हो जाये।
सोकफिट में एक बच्चे के गिरने के बाद महिला ने ग्राम प्रधान से मानकविहीनता की शिकायत की तो प्रधान ने कार्य के लिए रुपये न होने का हवाला दे डाला और खतरे को जैसे का तैसा छोड़ दिया वही दूसरे लाभार्थी ने बताया कि सोकफिट बनने के समय ऊपर के रद्दे के ईंट अपने पास से देने पड़े हैं। यदि निष्पक्ष जाँच हो जाये तो ग्राम पंचायत मासुपुर में मनकविहीनता के साथ ही बड़ी गड़बड़ी सरकारी धन के दुरुपयोग के सामने आना निश्चित है।