पहले चरण में योगी सरकार के नौ मंत्री मैदान में, जानिए पांच साल में कितनी बढ़ी इनकी संपत्ति?
रिपोर्ट, अमरेश कुमार राणा
लखनऊ
10 फरवरी को शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, नोएडा और अलीगढ़ में मतदान होना है। इन जिलों में कुल 58 विधानसभा सीटें हैं। इनमें नौ सीटों पर योगी सरकार में मंत्री रहे नेता भी चुनाव लड़ रहे हैं।
पांच साल तक इन मंत्रियों ने जनता के लिए कितना काम किया? इसका जवाब तो 10 मार्च को मिल जाएगा, लेकिन इन पांच सालों में इनकी कमाई कितनी हुई? किसने क्या किया? किसपर मुकदमे हुए और किसने कितने की संपत्ति बनाई है इसकी जानकारी अब सार्वजनिक हो चुकी है। इस रिपोर्ट में हम आपको सभी नौ मंत्रियों के संपत्ति का पूरा ब्योरा बताएंगे। पढ़िए 2017 से 2022 के बीच इन मंत्रियों की संपत्ति में कितना फर्क आया?
*1-गाजियाबाद सीट से चुनावी मैदान में योगी कैबिनेट के मंत्री अतुल गर्ग हैं।* पहले चरण में इस सीट पर चुनाव होने हैं। अतुल गर्ग ने चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामा में संपत्ति और आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। इसमें उन्होंने बताया है कि उनके पास 18.54 करोड़ की संपत्ति है। गर्ग की पत्नी सुधा गर्ग ने प्रोड्यूसर एकता कपूर को कभी 3 लाख रुपए का कर्ज दिया था। 2017 के हलफनामे में उन्होंने इसका जिक्र किया था। इस बार भी इसका जिक्र है। मतलब पांच साल में भी एकता कपूर ये कर्ज चुकता नहीं कर पाईं। अतुल गर्ग ने भी 2017 में एकता कपूर की कंपनी बालाजी एसोसिएट्स में 54.50 लाख के निवेश की बात बताई थी। इस बार दिए हलफनामे में उनका जिक्र नहीं है।
2017 में आईटी रिटर्न के मुताबिक अतुल की सालाना आय 47.17 लाख थी, जो 2022 में घटकर 16.11 लाख रह गई। आय घटने के बावजूद मंत्री अतुल गर्ग की चल और अचल संपत्ति में दोगुना बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
2017 में गर्ग की चल संपत्ति 2.17 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 4.07 करोड़ हो गई। 2017 में गर्ग की अचल संपत्ति 7.27 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 14.47 करोड़ हो गई।
गर्ग ने 12वीं के बाद बीकॉम में एडमिशन लिया था, लेकिन प्रथम वर्ष उत्तीर्ण करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी।
अतुल गर्ग के नाम पर कोई वाहन नहीं है।
योगी के मंत्री को हीरे-जेवरात का शौक है। उनके पास 2.59 करोड़ रुपये के सोने, हीरे व अन्य गहने हैं।
अतुल के पास दो हथियार भी हैं।
*2. सुरेश राणा : पांच साल में राणा की उम्र सात साल बढ़ गई, लेकिन करोड़पति नहीं बन पाए*
शामली के थाना भवन सीट से भाजपा के प्रत्याशी और यूपी के गन्ना मंत्री सुरेश राणा पांच साल में करोड़पति नहीं बन पाए हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार उनकी संपत्ति दोगुनी तो हुई है, लेकिन अभी एक करोड़ का दायरा नहीं छू पाए हैं।
2017 में राणा के पास 28 लाख की चल संपत्ति थी, जो अब बढ़कर 37 लाख की हो गई है।
राणा के पास पांच साल पहले 11 लाख की अचल संपत्ति थी, जो अब 41 लाख हो गई है।
गन्ना मंत्री के पास 78 लाख रुपये चल और अचल संपत्ति है, 2017 में यह केवल 39 लाख थी।
राणा के नाम चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। कोर्ट में ये सभी मामले विचाराधीन हैं।
इन पांच साल में उन्होंने एक पिस्टल और पत्नी के नाम एक रिवॉल्वर खरीदी है। 2017 में यह नहीं थी।
भले ही राणा इन पांच साल में करोड़पति नहीं बन पाए हों, लेकिन उनकी उम्र सात साल बढ़ गई। 2017 में उन्होंने 44 साल की उम्र दिखाई थी, जो अब 51 हो गई है।
*3. श्रीकांत शर्मा : संपत्ति में 18 लाख का हुआ इजाफा*
उत्तर प्रदेश सरकार में बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा की संपत्ति में करीब18 लाख रुपये का इजाफा हुआ है। 2017 और 2022 में दिए हलफनामे की तुलना करने पर मालूम चलता है कि इन पांच साल में मंत्री की जमीनों के दाम में बिल्कुल बढ़ोतरी नहीं हुई है। हालांकि, पत्नी के नाम दिल्ली में स्थित फ्लैट की कीमत में चार लाख रुपये की बढ़ोतरी जरूरत दिखाई है। मंत्री की सालाना आय में भी इजाफा हुआ है।
श्रीकांत शर्मा की आय में बढ़ोतरी हुई है। 2017 में सालाना आय 3.20 लाख थी, जो अब बढ़कर 9.66 लाख हो गई है।
श्रीकांत शर्मा और उनकी पत्नी के पास 77 हजार रुपये नकद है। 2017 में 79 हजार रुपये था।
बिजली मंत्री के पास 2017 में टोयटा इनोवा कार थी, जिसकी कीमत 6.50 लाख दिखाई थी। इस बार उस कार की कीमत 2.20 लाख दिखाई है।
शर्मा और उनकी पत्नी के पास छह लाख के गहने हैं, जबकि 2017 में पांच लाख रुपये के गहने थे।
*4. संदीप सिंह : कल्याण सिंह के पोते की उम्र पांच साल में छह साल बढ़ गई*
योगी सरकार में राज्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह ने अतरौली विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। संदीप सिंह ने यूके की लीड्स वैकेट यूनिवर्सिटी से परास्नातक की पढ़ाई की है। 2017 में दिए हलफनामे के अनुसार संदीप के पास कुल 1.42 करोड़ चल और अचल संपत्ति थी। अब ये बढ़कर 14.46 करोड़ हो गई है। संदीप की उम्र में पांच साल में छह साल का इजाफा हुआ है।
2017 में चल संपत्ति के रूप में 42.93 लाख रुपये थे। अब उनके पास 7.46 करोड़ की चल संपत्ति है।
संदीप के पांच अलग-अलग खातों में 1.2 करोड़ से अधिक की धनराशि जमा है।
संदीप के पास 2.66 करोड़ की राजप्रेम एसोसिएट के शेयर व 15 लाख की एलआइसी भी है। संदीप ने राजप्रेम एसोसिएट नाम की कंपनी को 3.40 करोड़ का कर्ज भी दिया है।
2017 में दिए हलफनामे में संदीप ने बताया था कि उनके पास करीब एक करोड़ रुपये की कृषि और गैर-कृषि भूमि है। इस बार दिए हलफनामे के अनुसार, संदीप की अचल संपत्ति अब करीब सात करोड़ की हो गई है।
संदीप के नाम बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस में अलग-अलग कृषि, गैर कृषि भूमि है।
संदीप ने हलफनामें में बताया है कि उनके पास न तो कोई कार है ना ही कोई बाइक।
संदीप को हथियारों का भी शौक नहीं है, उनके पास कोई भी हथियार नहीं है।
संदीप के हलफनामें के मुताबिक उनके पास सोना-चांदी जैसा कोई आभूषण भी नहीं है।
*5. अनिल शर्मा : सालाना आय घट गई, लेकिन संपत्ति में इजाफा हुआ*
वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल शर्मा ने 2017 में अपनी सालाना आय 38.71 लाख रुपए दिखाई थी। 2022 में यह घटकर 25.02 लाख रुपए रह गई। शिकारपुर सीट से चुनाव लड़ रहे अनिल शर्मा के खिलाफ एक केस दर्ज है। यह केस परीक्षा अधिनियम के तहत नकल करने का मामला है। इस केस में 2011 में चार्जशीट भी हो चुकी है, मगर अब तक कोर्ट में लंबित है। अनिल शर्मा की उम्र में भी पांच साल में छह साल का इजाफा हुआ है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल शर्मा ने 2017 में अपनी सालाना आय 38.71 लाख रुपए दर्शाई थी। 2022 में यह घटकर 25.02 लाख रुपए रह गई।
शिकारपुर सीट से चुनाव लड़ रहे अनिल शर्मा के खिलाफ 1 केस दर्ज है। यह केस परीक्षा अधिनियम के तहत नकल करने का मामला है।
2017 में शर्मा के पास एक आई-20 स्पोर्ट गाड़ी थी। 2022 में उन्होंने एक फोर्ड एंडेवर और एक इनोवा का स्वामित्व दर्शाया है।
शर्मा की कुल आय 2017 में 12.33 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 14.44 करोड़ हो गई है।
शर्मा मोगा पहनते हैं। इसकी कीमत करीब 20 लाख रुपये है।
*6. कपिल देव अग्रवाल : आय में इजाफा, जेवरात भी खरीद डाले*
मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ रहे कपिल देव अग्रवाल की वार्षिक आय 2017 में 5.57 लाख रुपए थी जो 2022 में बढ़कर 15.24 लाख रुपए हो गई। साथ ही उन पर कर्ज भी दोगुना हो गया। 2017 में उन्होंने 21.66 लाख रुपए का कर्ज दर्शाया था जो 2022 में 41.94 लाख रुपए हो गया।
2017 तक कपिल के पास दो अंगूठी थी, जिसकी कीमत करीब 20 हजार थी। इन पांच साल में उनके पास तीन अंगूठी और एक सोने की चेन हुई। इसकी कीमत 2.25 लाख है।
2017 तक कपिल के पास 9.35 लाख रुपये की एक कार थी। अब उनके पास 17.50 लाख रुपये की कार है।
कपिल के नाम कोई असलहा नहीं है।
कपिल देव अग्रवाल ने 2017 में बताया था कि उन पर कोई भी मुकदमा लंबित नहीं है। जबकि 2022 के शपथ पत्र में उन्होंने बताया है कि उन पर 7 मामले लंबित हैं।
चार मामलों में चार्जशीट भी दायर हो चुकी है।
*7. दिनेश खटीक : करोड़पति लेकिन सबसे कम शिक्षित*
योगी कैबिनेट में बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री दिनेश खटीक हस्तिनापुर से चुनाव लड़ रहे हैं। दिनेश सबसे कम शिक्षित हैं। उन्होंने केवल नौंवी तक ही पढ़ाई की है। दिनेश का फेसबुक और ट्विटर पर अकाउंट है। इसका जिक्र भी उन्होंने अपने हलफनामे में किया है।
2017 में खटीक के पास एक मारुति स्विफ्ट डिजायर गाड़ी थी। 2022 के शपथ पत्र में उन्होंने एक फॉर्च्यूनर का स्वामित्व दर्शाया है। साथ ही एक स्कूटर भी खरीदा है।
दिनेश के पास अभी कुल 2.05 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है। 2017 में 1.54 करोड़ रुपये की संपत्ति थी।
दिनेश के पास आठ लाख रुपये की कीमत का सोना है। 2017 में केवल तीन लाख रुपये के जेवरात थे।
*8. डॉ. जीएस धर्मेश : पेशे से डॉक्टर, पेट्रोल पंप से कमाई और बन गए करोड़पति*
योगी सरकार में समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश चिकित्सा के व्यवसाय से जुड़े हैं। डॉक्टर धर्मेश के पास कोई असलहा नहीं है। वह जेवरात का भी शौक नहीं रखते हैं।
जीएस धर्मेश की आय का स्त्रोत पेट्रोल पंप डीलरशिप भी है।
डॉ. जीएस धर्मेश की कुल संपत्ति 4.76 करोड़ रुपये है। इनमें उनकी पत्नी की संपत्ति भी शामिल है। 2017 में यह 2.33 करोड़ थी।
मंत्री के पास 21.43 लाख रुपये की इनोवा क्रिस्टा कार और एक स्कूटी है।
डॉ. जीएस को जेवरात का शौक नहीं है, लेकिन पत्नी के पास 10 लाख रुपये के जेवरात हैं।
*9. चौधरी लक्ष्मी नारायण : पांच साल में कर्ज चुका दिया, संपत्ति 7 से 11 करोड़ हो गई*
योगी सरकार में डेयरी व पशुपालन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के पास अभी 11.93 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है। 2017 में यह 7.01 करोड़ रुपये की थी। चौधरी लक्ष्मी नारायण ने एलएलबी की पढ़ाई की है। इस बार भी वह मथुरा की छाता सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं।
डेयरी व पशुपालन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने 2017 के शपथ पत्र में बताया था कि उन पर 42.88 लाख का कर्ज है। 2022 में यह कर्ज सिर्फ 8 लाख रह गया।
उनकी पत्नी पर 2017 में 5.35 लाख का कर्ज था जो 2022 में बढ़कर 21.50 लाख का हो गया।
अपनी आय के स्रोतों में उन्होंने कृषि के अलावा घरेलू गैस वितरण एजेंसी से कमाई को गिनाया है।
चौधरी लक्ष्मी नारायण के नाम पर कोई भी गाड़ी नहीं है।
मंत्री जी के पास 4.75 लाख रुपये के गहने हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास 21 लाख रुपये के गहने हैं।