रिपोर्ट, राज कुमार पाण्डेय
बस्ती// तहसील दिवस भानपुर में किसानों ने जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल से पशुओं का चेचक (Lumby skin disease) होने की जानकारी दिया। उन्होने तहसील दिवस में उपस्थित उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को इसके इलाज के संबंध में अपने अधीनस्थ सभी डाक्टर एंव कर्मचारियों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराये तथा इलाज सुनिश्चित कराये।
जिलाधिकारी के पूछने पर उन्होने बताया कि यह एक विषाणुजनित रोग है। इस बीमारी मे चेचक की तरह पशु के पूरे शरीर पर फफोले पड़ जाते है और पशु को लगातार बुखार रहता है। उन्होने बताया कि इस वेक्टर-वार्न बीमारी में 12 से 15 दिनों तक संक्रमण रहता है यदि समय पर इसका इलाज किया जाता है, तो पशुओं का बचाव संभव है। उचित देख-रेख व इलाज कराने पर इस रोग से प्रभावित पशु को मृत्यु से बचाया जा सकता है।
उन्होने बताया कि इस रोग में तेज बुखार, 103 से 105 एफ., पशुओं के पैरो में सूजन होना, त्वचा पर छोटे-छोटे नोडल या गाठ (फफोला) जिसके फूटने पर शरीर में छोटे-छोटे घाव हो जाना इसके लक्षण है। ऐसा लक्षण मिलने पर चिकित्सक से मिलकर पशुओं का इलाज अवश्य कराये। पशुओ की प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए समय-समय पर कीड़ानाशक दवाईया देने से इस बीमारी से बचाया जा सकता है। उन्होने बताया कि पशु पालक भाई अपने घर के आस-पास की साफ-सफाई करने के साथ ही पशुओं की बाड़े की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखे।