दिनांक 28-10-2021 गोंडा
संजय कुमार सी एम डी न्यूज
गोण्डा। सरकार द्वारा लागू की गई नई शिक्षा नीति के तहत कालेज आने वाले छात्र-छात्राओं को सीखने के जितने भी तरीके हो सकते हैं, उन्हें अपनाकर सिखाने का प्रयास किया जाएगा। निवर्तमान प्राचार्य द्वारा बनाए गए रोड मैप पर पूरी तरह से अमल करते हुए प्रबंधन के साथ विचार विमर्श करके कालेज के उन्नयन के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। साथी शिक्षकों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए पठन-पाठन का उत्कृष्ट माहौल सृजित करना हमारी प्राथमिकता होगी, क्योंकि मैं पहले शिक्षक हूं। प्राचार्य बाद में। यह बात श्री लाल बहादुर शास्त्री पीजी कालेज के नवागत प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार पाण्डेय ने गुरुवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि कालेज के सभी सम्बद्ध घटकों यथा प्रबंधन, शिक्षकां, अभिभावकों और छात्र-छात्राओं से विचार विमर्श के उपरान्त हम कालेज के उन्नयन के लिए कार्ययोजना तैयार करेंगे, किन्तु निवर्तमान प्राचार्य द्वारा शुरू किए गए क्रियाकलाप को भी पूर्णतः लागू कराया जाएगा। प्रो. पाण्डेय ने कहा कि यहां अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं को उपलब्ध संसाधनों के बीच अधिकाधिक सुविधा देने की कोशिश की जाएगी। उनका पूरा प्रयास होगा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। इसके लिए समय-समय पर सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। कालेज में सांस्कृतिक व खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देकर छात्र-छात्राओं के मध्य लैंगिक असमानता का भेद समाप्त करते हुए उन्हें एक स्वस्थ शैक्षिक वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि वह कालेज के प्राचार्य के रूप में प्रशासनिक दायित्व का निर्वहन करने से पूर्व मूलतः एक शिक्षक के रूप में ज्यादा सक्रिय रहेंगे। कालेज के सभी कक्षाओं में समय-समय पर छात्र छात्राओं से उनका संवाद होता रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं कालेज में शैक्षणिक माहौल सृजन करने में ‘जीरो टालरेंस’ अपनाऊंगा। एमएलके पीजी कालेज बलरामपुर में वनस्पति शास्त्र विभाग में प्राध्यापक के रूप में दो दशक की सेवा के दौरान महाविद्यालय के लगभग सभी शैक्षणेत्तर दायित्वां का निर्वहन कर चुके प्रो. पाण्डेय ने कालेज के प्रत्येक क्षेत्र में पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने का वायदा किया। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए स्नातक और परास्नातक स्तर पर प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन प्रक्रिया शुरू किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का क्रियान्वयन हमारा प्रथम दायित्व है। हम उसे पूरा करने के लिए कृत संकल्पित हैं।
प्रो. पाण्डेय ने बताया कि प्रबंध समिति के अथक प्रयासों से कालेज में वर्तमान शिक्षा सत्र से स्नातक स्तर पर बीबीए, बीसीए जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के साथ ही बीएससी गृह विज्ञान, बीएससी कृषि विज्ञान, बीए गृह विज्ञान तथा शारीरिक शिक्षा की कक्षाएं तथा परास्नातक स्तर पर एमएससी वनस्पति विज्ञान, एमएससी जन्तु विज्ञान तथा एमए समाज शास्त्र की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। कालेज परिसर में कैण्टीन संचालन की व्यवस्था भी शुरू की जा रही है। कालेज के प्रगति के मूल्यांकन हेतु गतिशील नैक कमेटी का गठन करके कार्य शुरू करा दिया गया है। बता दें कि अनेक वरिष्ठ प्राध्यापकों के विरोध के बावजूद एमएलके पीजी कालेज के तत्कालीन प्राचार्य डा. ओंकार प्रसाद मिश्र ने वर्ष 2011 में हुए नैक मूल्यांकन के समय प्रो. पाण्डेय को ही तैयारी कमेटी का सदस्य सचिव नामित किया था। इनके निर्देशन में ही कालेज को ‘ए’ ग्रेड प्राप्त हुआ था, जिसे शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। प्राचार्य ने कहा कि कालेज के मुख्य परिसर में बहुउद्देश्यीय हाइटेक आडीटोरियम तथा नए प्रशासनिक भवन का निर्माण प्रस्तावित है। हम नवीन पाठ्यक्रमों के सुचारु संचालन के लिए नए स्मार्ट क्लासेज एवं प्रयोगशालाओं का निर्माण भी करेंगे। नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत छात्र छात्राओं को रोजगार परक शिक्षा दिलाने के लिए संचालित किए जाने वाले वोकेशनल एवं डिप्लोमा कोर्सेज के संचालन हेतु स्थानीय स्तर पर आइटीआइ, पालिटेक्निक एवं अन्य राजकीय शैक्षणिक संस्थानों से अनुबंध किया जाएगा। अभी हाल ही में कालेज के प्राचार्य का पदभार ग्रहण करने वाले प्रो. पाण्डेय का प्रेस वार्ता से पूर्व नियंता परिषद द्वारा फूल माला से भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्य नियंता व अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक संघ के महामंत्री डा. जितेन्द्र सिंह, एलबीएस कालेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. शैलेन्द्र नाथ मिश्र व मंत्री डा. मंशा राम वर्मा, डा. राम समुझ सिंह, डा. जय शंकर तिवारी, डा. संजय पाण्डेय, डा. मुकुल सिन्हा, डा. ममता शुक्ला, डा. लोहांश कल्याणी, डा. पुष्यमित्र मिश्र, डा. मनोज कुमार मिश्र, डा. रेखा शर्मा आदि मौजूद रहे।