मुदस्सिर हुसैन CMD NEWS
✍🏻गर्मी से मिली राहत
✍🏻किसानों के खिले चेहरे
इस वक़्त मौसम इस कदर गर्म हो गया था कि लोग दिन में घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे।तापमान तो जैसे कीर्तिमान बनाने की जिद में अड़ा हुआ था व गर्मी के मौसम में बिजली आपूर्ति भी बेपटरी हो चली है जिसके कारण दिनभर धूप की तपिश से बेहाल लोग रात को भी चैन की नींद नहीं ले पा रहे थे।वहीं ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर किसानों ने धान की नर्सरी डाल दी है,जिन्हें बचाने के लिए रोज पानी देना पड़ा था।महंगे डीजल के सहारे उनके रोज की सिंचाई किसानों को भारी पड़ रही थी पर मंगलवार को दोपहर तपिश व गर्मी के बीच अचानक मौसम बदला और हवाएं चलने लगी। मौसम सुहाना हुआ और आसमान से फुहारे पड़ने लगी जिसके बाद जहां लोगों को भीषण गर्मी से निजात मिल गई।वहीं किसानों में मौसम की दस्तक देख खुशी की लहर सी दौड़ गई।
बता दे कि मई महीने में ही अगैती की खेती करने वाले किसान धान की नर्सरी डाल दिया करते हैं और मानसून पूर्व होने वाली बूंदाबांदी सिंचाई के सहारे वे नर्सरी तैयार कर जून के आखिरी हफ्ते तक अपनी धान की रोपाई कर लिया करते हैं पर इस बार मानसून पूर्व वर्षा कुछ कस्बाई क्षेत्रों में तो हुई पर गांव देहात में जहां किसान सूर्य देव की ओर टकटकी लगाए हुए थे वहां बड़ों की बात दूर गर्मी अपना प्रकोप दिखाने पर जुटी हुई थी।मई के मध्य पखवारे से शुरू हुआ धूप व गर्मी में अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया जिससे लोग बेहाल से नजर आने लगे।दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा नजर आने लगा।वही लोग बिजली की आवाजाही के चलते रात को भी चैन से सो नहीं पा रहे थे और लोग मानसून आने का इंतजार कर रहे थे।इसी बीच मौसम विभाग ने कुछ राहत भरी खबर दी कि प्रदेश के तमाम जिलों में 17 से 21 जून तक हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। कल से किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हुए थे।अचानक मंगलवार को उनका इंतजार खत्म हुआ।दोपहर तक भीषण गर्मी व तपन से परेशान लोगों को दोपहर बाद राहत मिली।हवाएं चलने लगी यह देख लोग अपने घरों से बाहर निकले और सुहाने मौसम का आनंद लेने लगे।इसी बीच बादलों से हल्की बूंदाबांदी भी शुरू हो गई जिससे किसानों के चेहरे पर चमक सी आ गई।