जिला संवाददाता- सूरज कुमार त्रिवेदी के साथ मनोज अवस्थी की रिपोर्ट।
बहराइच- जनपद के महसी तहसील अंतर्गत ग्राम देवरी मजरे का है। जहाँ यह कहावत सच में देखने को मिला कि ”लेहैं बेच मरघटव तक जौ तनिकव मौका पाए जाएं” ऐसा ही मामला सामने आया है। आप को बताते चलें जनपद के तहसील महसी अंतर्गत ग्राम सभा भिरवा के मजरे देवरी में एक मामला सामने आया है जहां पर ग्राम प्रधान के ऊपर आरोप लगाया गया है। कि मरघट और कब्रिस्तान की जमीन को भी बेच दिया है।
जिस पर लोग अब कब्जा कर के बैठे हुए हैं। बताया जा रहा है कि लगभग 7 से 8 बीघे जमीन जो कि राजस्व अभिलेखों में शमशान भूमि के नाम पर दर्ज है। लेकिन वहां पर प्रधान व लेखपाल के सह पर कुछ लोगों ने अपना पक्का आशियाना बना लिया है, और वहीं पर अपने कृषि यंत्र ट्रैक्टर ट्राली इत्यादि सब जमावड़ा करते हैं, साथ में पैरा लकड़ी फूंस इत्यादि सब उसी शमशान भूमि की जमीन पर अतिक्रमण फैलाए हुए हैं। जिससे ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है। बताया गया कि राजू त्रिवेदी व रामजीत मौर्य, समारू मौर्य, छैबर मौर्य, खलील व अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने दस-दस हजार रुपये की मांग की थी लेकिन हम लोगों ने नहीं दिया और उसे दूसरे व्यक्ति के हाथ जो शमशान भूमि की जमीन थी ग्राम प्रधान ने बेंच दिया।
और जब लेखपाल से इस विषय पर बात की जाती है तो नहीं सुनते ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल और ग्राम प्रधान के ही सह पर यह कार्य हुआ है। और हम लोग बराबर प्रशासन से मांग करते हैं। कि शमशान की सुरक्षित भूमि को खाली कराई जाए जिसके लिए हम लोगों ने उपजिला अधिकारी महसी , जिला अधिकारी बहराइच, एवं मुख्यमंत्री महोदय समेत कई उच्च अधिकारियों को लिखित रूप से शिकायती प्रार्थना पत्र भी दिया है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।