ब्यूरो रिपोर्ट-एम.असरार सिद्दीकी।
बहराइच- तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में 13 दिन से धरनारत किसानों के भारत बंद का मंगलवार सुबह बाबागंज बाजार में दिखा असर। लेकिन विपक्षी दलों में रही हलचल । प्रशासनिक अमले ने पुलिस अधिकारियों के साथ सुबह से ही गश्ती शुरू कर दी थी। प्रशासन ने बाजारों चौराहों पर तैनात जिम्मेदार अधिकारियों से अपडेट सूचना ली जाती रही है। प्रमुख मार्ग, चौराहे, हाईवे पर भी पुलिस तैनात रही। इधर, बंद के समर्थन का आह्वान कर रहे ग्राम बंजरिया के किसान नेता साधूराम वर्मा तहसील अध्यक्ष भा.कि.यू. टिकैत गुट तहसील अध्यक्ष को रात्रि में ही पुलिस ने उनके घरों में ही बंधक बना दिया गया।संरक्षक गोकरन पटेल व ब्लाक अध्यक्ष बजरंग पटेल किसी तरह से बाबागंज कस्बा सहकारी समिति पहुंचे। जहाँ इकत्त्रित हो रहे दर्जनों साथियों के साथ उन्हें प्रशासम ने पहले से नजर बन्द किये गये किसान नेता गोकरन पटेल के गावँ बंजरिया पहुंचा दिया गया।
वहीं मजदूर किसान सेवा समिति उत्तर प्रदेश मण्डल पर्वेक्षक खरगी प्रशाद वर्मा, जिला प्रमुख सचिव राम गोपाल वर्मा, जिला उपाध्यक्ष मनीराम प्रजापति, तहसील अध्यक्ष नानपारा कैलाश नाथ वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों किसान बाबागंज गौशाला के पास एकत्र होकर चार सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी बहराइच को सम्बोधित मांग पत्र नायब तहसीलदार नानपारा विनीत सिंह को सौंपा गया। जबकि उक्त किसान आंदोलन से भदौरिया गुट अलग रहा।