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सुल्तानपुर का नाम रौशन कर गए शहीद नीलेश कुमार सिंह

सीएमडी न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज
सुल्तानपुर


जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में रविवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद नीलेश कुमार सिंह का पार्थिव शरीर कल उनके पैतृक गांव कादीपुर तहसील के अखंडनगर लाया गया। सेना के गार्डो ने सलामी देकर प्रक्रिया आगे बढ़ाई वाही मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि 25 लाख शहीद की पत्नी के खाते में ट्रांसफर होने के साथ ही गांव में शीघ्र ही उनकी मूर्ति लगेगी। पत्नी का भी सुलतानपुर तबादला होगा जबकि छोटे भाई मुकेश को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस दौरान गांव के लोगों को रक्षा मंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया गया। प्रदेश के मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि शासन से 20 लाख रुपए की सहायता तथा पांच लाख रुपया अनुग्रह राशि प्रदान की गई है। ब्लाक प्रमुख ने दो लाख रुपया तथा विधायक राजेश गौतम ने एक लाख रुपया की सहायता प्रदान की। राज्यपाल राम नाईक की ओर से मंत्री ने पार्थिव शरीर पर पुष्प हार चढ़ाया।जहाँ लोगों में प्रशासन की संवेदना हीनता से आक्रोश भी है। वाही परिवार तथा घर के लोगों ने शहीद का पार्थिव शरीर घर के बाहर रखने के बाद मुख्यमंत्री को वहां बुलवाने की मांग की है। वीर सपूत नीलेश सिंह का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचते श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। उनके घर के साथ ही गांव में कोहराम मच गया। सुलतानपुर से सटे पड़ोसी जिले अम्बेडकरनगर के एक बाजार धवरुआ की दुकानें भी इस दौरान बंद रखी गई हैं।


परिवार के लोगों ने बताया कि आज दिन में ही शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके परिवारीजन को ढांढस बंधाने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। घरवालों के चेहरे पर गम की छाया तो है लेकिन, उनको अपने बेटे पर गर्व है।
नीलेश सिंह (34) वर्ष 2003 में सेना में भर्ती हुए थे। लांसनायक के पद पर जम्मू कश्मीर के शोपियां सेक्टर में तैनात थे। रविवार को आंतकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई में लांसनायक नीलेश ने वीरता का परिचय दिया। मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद लांसनायक के पिता रामप्रताप सिंह को सेना के अफसरों ने इसकी सूचना दी। गोंडा के प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका शहीद की पत्नी अर्चना सिंह भी दोनों बेटों के साथ गांव आ गईं। शहीद की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
शहीद के अंतिम संस्कार में प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री जय प्रताप सिंह राज्य सरकार की ओर से शामिल थे। सांसद वरुण गांधी ने भी शहीद के पिता से शोक संवेदना जताई और शीघ्र आने का वादा किया।

रवि वर्मा सुल्तानपुर संवाददाता की रिपोर्ट

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