नेपाल पुलिस के जवान का शव मुहाना नदी से निकालते सुरक्षा बल।
तस्करो द्वारा हत्या किये जाने के बाद बार्डर पर हड़कंप।
रिपोर्ट- एम.असरार सिद्दीकी।
लखीमपुरखीरी- उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी की सीमा पर बहने वाली मुहाना नदी के पार नेपाल के साथ प्रदेश मुख्यालय के जिला कैलाली की जुगेडा पुलिस के एक एस आई व सहयोगी आरक्षी जो कि नेपाल पुलिस सूत्रों के अनुसार तस्करी की सूचना मिलने पर मुहाना नदी के अबैध घाट पर चेकिंग करने निकले थे उन दोनों की वहीं बार्डर पर घाट के पास ही संभवत: तस्करो ने घेर कर जघंन्य हत्या कर दी थी जिसमें एस आई का शव तो तत्काल वरामद कर लिया गया था पर हमराही आरक्षी का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। नेपाल पुलिस ने अथक प्रयास के बाद गायब आरक्षी का शव भी मुहाना नदी से बरामद कर लिया है। नेपाल सूत्रों के मुताबिक जल्द ही बॉर्डर के इस पार भारत सीमा में रहने वाले संदिग्ध आरोपियों को भी नेपाल पुलिस भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मदद के बाद गिरफ्तार कर सकती है। बताते चलें कि गत् आठ माह से कोरोना बायरस महामारी के चलते भारत नेपाल पूरी तरह सील है नेपाल सरकार ने आवश्यक बस्तुओ के भारत से आयात हेतु भारत के पश्चिम बंगाल से लेकर उत्तराखंड तक नेपाल से सटी सीमा पर मात्र दस नाके भारतीय माल लदे वाहनों की आवाजाही हेतु खोल रखे हैं ।पर इन नाकों पर दोनों देशों की पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों की गतिशीलता देखते हुये जनपद लखीमपुर खीरी से सटे अंतरर्राष्ट्रीय बार्डर पर सक्रिय तस्करी समूहो द्वारा सीमा रेखा वन कर बहने वाली मुहाना नदी के कौड़ियाला, खकरौला ,काली कुंडा, डाक्टर घाट,हलौना घाट,व थारू जनजातीय क्षेत्र जाऊंरामपुरवा हिम्मत पुर घाट चंदन चौकी, बंदर भरारी,सौनहा,सूंडा ,कजरिया,वनगंवा, बॉर्डर से सटे तमाम चोर घाटों व जंगली रास्तो से होकर नेपाल की तरफ से इन दिनों चाइनीस मटर , पाकिस्तानी मेवा व नेपाली चरस व अन्य प्रतिबंधित सामानो तथा भारत की तरफ से प्याज , खाद्यान, खाद्य तेल, परचून ,हौजरी, हार्डवेयर इलेक्ट्रिक सामान की तस्करी का अवैध कारोबार जोरों पर किया जा रहा है। इनमें गौरीफंटा बार्डर के समीप वनी अबैध तस्करी स्पेशल वनगवां मंडी तो नेपाल के सूदूर पश्चिमांजल तक पहुंचने बारे भारतीय सामान की तस्करी करने बालै तस्करो के लिये स्वर्ग वना हुआ है ।
जानकारी केेअनसार तस्करी की सूचना पर गत् 17 अक्टूबर को सरिया पारा सीमा क्षेत्र से बॉर्डर के घाट पर नेपाल पुलिस जुगेड़ा के चौकी प्रभारी गोविंद बीका आरक्षी राम बहादुर के साथ जा पहुंचे थे। लगातार अपने प्रशासन से संपर्क में रहने के बाद करीब दस बजे नेपाली एसआई का संपर्क अपने अधिकारियों से छूट गया। काफी देर तक जब अधिकारियों को एसआई कि कोई लोकेशन नहीं मिली तो उन्होंने भारतीय एसएसबी से मदद की बात कही थी। भारतीय सशष्त्र सीमा बल (एस एस बी ) के अधिकारियों के निर्देश पर नेपाल पुलिस व एस एस बी के संयुक्त प्रयास के बाद। दोनों देशों के सुरक्षा कर्मियों के सर्च अभियान के दौरान नेपाल एपीएफ के सहायक उप निरीक्षक गोविन्द बीका का शव भारत नेपाल सीमा के पिलर संख्या 745/3 के पास नो मेंस लैंड से लगभग 25 मीटर दूर नेपाल की ओर मोहाना नदी में बरामद हो गयाथा। नेपाली एसआई की हत्या धारदार हथियार से वार कर की गई थी।घटनास्थल से एक सरकारी पिस्टल तथा एक भरी हुई मैगजीन (सात राउंड कारतूस ) गायब मिली। जबकि मृतक एसआई के साथ आरक्षी का कोई सुराग नहीं लग सका था। आरक्षी की तलाश में लगातार नेपाली सुरक्षाकर्मी जुटे हुए थे। मंगलवार को गायब चल रहे सशस्त्र के आरक्षी राम बहादुर का शव भी बॉर्डर पर बह रही मोहाना नदी से बरामद कर लिया गया। नेपाली प्रशासन का दावा है कि उन्होंने हत्या की वारदात में शामिल कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।भारत नेपाल सीमा पर तस्करो व कैरियरों के आतंक का यह कोई पहला केस पहली घटना नहीं है जब तस्करो ने सुरक्षा बलों की हत्या की है।
कुछ वर्षों पूर्व जनपद लखीमपुर खीरी के गौरीफंटा अंतरर्राष्ट्रीय बार्डर से सटे सशष्त्र सीमा बल कैंप कजरिया के एक अधिकारी की तस्करो वह कैरियरों द्वारा हाकियो से पीट कर उस समय हत्या करदी गयी थी जब वह सुबह टहलने के लिये निकले थे। बाद में इस जघन्य हत्या में शामिल तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था
इसी तरह जनपद लखीमपुर खीरी के ही कोतवाली तिकोनिया क्षेत्र के कौड़ियाला घाट पर गश्त को निकले सशष्त्र सीमा बल कैंप बरसोला कलां के एस आई जवान को कौडियाला नदी के किनारे एक तस्कर सिख युवक द्वारा अबैध असलहे से गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी उस समय भी हत्या आरोपी को जेल भेज गया था।