मिहींपुरवा, बहराइच: उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण पर जागरूकता के लिए वादा सखी का एक दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण सुरेन्द्र कुमार गुप्त, उपायुक्त स्वतः रोजगार के निदेशन में मंगलवार को हुई। विकास खंड मुख्यालय सभागार में प्रशिक्षण का उद्घाटन एडीओ आईएसबी, लक्ष्मण प्रसाद गौड़ ने किया।
मौके पर शिव कुमार गुप्ता, विकास खण्ड प्रबंधक ने बाल मजदूरी, बाल विवाह, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता पर महिलाओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि एक वादा सखी कम से कम 10 समूह के महिलाओं को स्वस्थ पोषण के प्रति जागरूक करेगी। महीने में दो बार बैठक करेगी। इसके लिए प्रति समूह ₹50 मासिक पारिश्रमिक दिया जाएगा।
ब्लॉक एंकर पर्सन, नन्दकिशोर साह ने वादा सखी को बच्चों के जन्म से लेकर दो वर्ष की उम्र तक समुचित देखभाल के बारे में जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि जन्म के तुरंत बाद मां के पहला गाढा पीला दूध पिलाना चाहिए। छह माह के बाद ऊपरी आहार देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि बच्चों को दिन में दो बार आधी आधी कटोरी ऊपरी सुपाच्य आहार देना चाहिए । दो वर्ष तक स्तनपान कराते रहना चाहिए। गर्भवती और बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण कराने की जानकारी दी गई। गोद भराई, मीना दिवस, वजन दिवस, अन्नप्रासन, बचपन दिवस की जानकारी दी गई।
बीआरपी, सुषमा जयसवाल ने स्तनपान कराने का तरीका बताया। बार-बार दूध पिलाने से और रात में दूध पिलाने से मां के स्तन में ज्यादा दूध बनता है। उन्होंने दूध पिलाने का सही तरीका बताया।
यंग प्रोफेशनल, अनुज कुमार ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है कि अपने घर के आस-पास किचन गार्डन व पोषण वाटिका में उगाकर प्रतिदिन शुद्ध सब्जियों एवं फलों का सेवन करें। समूह की महिलाओं को साफ सफाई एवं परिवार नियोजन पर सलाह दिया गया।
मौके पर वन देवी शुक्ला, यंग प्रोफेशनल शैलेश कुमार, आशुतोष सिंह, पीआरपी, शिव बचन कुमार, प्रमोद कुमार, नीलम यादव, अनीता, प्रभा मौर्या, पुष्पा देवी, शहजादी सहित कई महिलाएं उपस्थित रही। सभी ने यूनिसेफ की पहल की प्रशंसा की।
मिथिलेश जायसवाल की रिपोर्ट