सचिव पंचायती राज (उत्तरप्रदेश शासन) एवं कोविड व बाढ़ नियंत्रण नोडल अधिकारी राकेश कुमार ( आईएएस ) ने कहा कि , पर्यावरण संरक्षण मानव जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण विषय है बिना पर्यावरण व जल संरक्षण के धरती पर जीवन असंभव है ऐसे में हम सब लोगों का दायुत्व है कि , वह अपने जीवन काल मे पंचवटी प्रजाति के पांच वृक्षों का रोपण व संरक्षण अवश्य करें ।
पौराणिक शिवालय बाग नानपारा में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राकेश कुमार ने कहा कि , जल संरक्षण भी जीवन का अभिन्न हिस्सा है इसीलिए आवश्यक है कि नदी , नाले , झील , सरोवर व कुआं आदि का बेहतर रखरखाव हो तथा प्राकृतिक जल को संरक्षित किया जाए ताकि जल थल व नभचर प्राणियों की जिंदगी सुगम बन सके ।
उन्होंने आवाहन किया कि , पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण का संदेश देने के लिए जन-जन में संपर्क अभियान चलाया जाए और बताया जाए की वे पितृ ऋण से तभी मुक्त होंगे जबकि वे प्रकृति को संरक्षित करें । कार्यक्रम आयोजक महामना मालवीय मिशन अध्यक्ष बहराइच (अवध) संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया की, जनपद के विद्यालय ,चिकित्सालय , मठ – मंदिर व सरयू नदी के तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उन्हें जन सहयोग से संरक्षित किया जा रहा है ताकि प्रकृति मानव जीवन के अनुकूल बन सके ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पौराणिक शिवालय बाग के महंत वीरेन्द्र गिरी जी महाराज ने किया । आयोजकों के आग्रह पर विशेष सचिव ने समूचे मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण करने के लिए आश्वस्त किया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्राधिकारी नानपारा डॉ जंग बहादुर यादव ने समूचे क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लिए आवाहन किया और इसके लिए जन सामान्य से सहयोग मांगा । आयोजित संगोष्ठी को तहसीलदार नानपारा दिनेश कुमार सिंह ,नायब तहसीलदार नानपारा मनीष वर्मा , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकगण , समाजसेवी सरदार गुरुनाम सिंह , राहुल पाण्डे , आत्म प्रकाश श्रीवास्तव , संजीव चौधरी , सरदार सुखविंदर सिंह व कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा प्रभारी डॉ बी०के शाही आदि उपस्थित थे ।
मुख्य अतिथि द्वारा पर्यवारण विद विवेक श्रीवास्तव को अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया गया । समापन अवसर पर नोडल अधिकारी व अधिकारियों द्वारा शिवालय बाग मंदिर परिसर में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण व जल संरक्षण का सामुहिक संकल्प लिया गया ।