बिना परिवहन विभाग के पंजीकरण के चल रही है गैर प्रान्तों को बसें
बिना कोरोना जांच के सवारी लाई और ले जाते हैं अवैध बस संचालक।
प्रसासन और बसों के संचालकों की सांठ गांठ से चल रहा है अवैध धंधा।
एम.असरार सिद्दीकी।
बहराइच-जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से अवैध डबल डेकर बसों का संचालन गैर प्रान्तों में धड़ल्ले से चल रहा है जिसमे भुंसे की तरह से सवारियों भर कर ले जाई जा रही हैं और जिले का परिवहन विभाग आंख बंद किये बैठा हुआ है बताते चलें कि जनपद के क़स्बा नानपारा,इमामगंज,बदलाचौराहा,शंकरपुर,नवाबगंज,रुपईडीहा,बाबागंज,आदि कस्बों से बिना परिवहन विभाग के प्रमाण पत्र के जनपद से गैर प्रान्तों,पंजाब,हरियाणा,दिल्ली,मुंबई,बंगाल आदि प्रान्तों को बसें अवैध रूप से जनपद के कुछ दबंग राजनितिक लोगों की सरपरस्ती में चल रही हैं इसकी शिकायत मिलने पर हमारी टीम ने नानपारा के मंडी समिति, रायबोझा गुड गुड ढाबा,और मैटिहा मोड़ पर शेर मार्का की डबल डेकर बसों का निरीक्षण किया तो देखा की प्रत्येक बसों में 100 से अधिक सवारी बैठाई जाती हैं और मनमानी किराया वसूल किया जाता है बसों में देखा गया कि एक एक सीट पर 7-8 आदमी भुंसे की तरह से बैठे हुए हैं कोरोना काल में बिना कोरोना पर्सिक्षण के सवारी जनपद से अन्य प्रान्तों को ले जाते हैं और अन्य प्रान्तों से ऐसे ही अवैध रूप से सवारी लेकर आते हैं कवरेज के दौरान बसों के साथ में चल रहे कुछ दबंग उतर आए और संवाददाता के वाहन की वीडियो बनाने लगे और फोटो खींचने लगे पूछने पर बताया कि हम भी पत्रकार हैं ज़िला मुख्यालय के और हमारी टीम के एक सदस्य का मोबाइल नंबर ले गये थोड़ी देर बाद हमारी टीम के सदस्य के पास फोन आया और फोन करने वाले ने खुद को नानपारा देहात प्रधान का भांजा बताया और बोला की हम बसों का संचालन करवाते हैं और हमारी सेटिंग आरटीओ से है और साथ ही सम्बंधित थाना से भी सेटिंग हैं हमारी बसों का कवरेज करोगो तो दिक्कत में पड़ जाओगे और संवाददाता के पास कई बार फोन किया और खबर चलाने पर अंजाम भुक्तने की धमकी तक दे डाली है अब यहाँ पर यह सवाल उठता है कि एक तो यह बस वाले अवैध रूप से नियम कानून को ताकपर रख कर बसों को चला रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा कर कोरोना को न्योता दे रहे हैं और अगर पत्रकार इस अवैध कार्य की कवरेज कर खबर चलाने का प्रयास कर रहा है तो दबंग पत्रकार को ही धमकी दे रहे हैं तथा अधिकारियों से सेटिंग की धौस दिखा कर उनको भी बदनाम कर रहे हैं अब आगे यह देखना है कि परिवहन विभाग किस प्रकार इन अवैध बसों के संचालन पर रोक लगाता है ।