रिपोर्ट-एम0असरार सिद्दीकी
बहराइच- सीमावर्ती कस्बा रुपईडीहा में एक लंबे समय से सरकारी भूभाग को कब्जा किया जा रहा है।जबकि यह स्थान अभी भी सरकारी अभिलेखों में आबादी के नाम से दर्ज है।लेकिन भूमाफियाओं द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से सैकड़ों वर्ष पुराना शिव मंदिर के अस्तित्व को ध्वस्त करके समाप्त कर दिया गया। और मूर्तियों के अवशेष को एक कमरे के अंदर बंद कर दिया गया है।
जबकि एक शिवाला उस शटर के बाहर रखा हुआ है। जो अपनी बेबसी का गवाही दे रहा है।आप को बताते चलें कि हवेलिया राईस मिल के परिसर में सैकड़ों वर्ष पुराना शिव मंदिर स्थापित था। जिसके 15 वर्षों तक पूजा करने वाले स्वर्गीय श्रीराम शर्मा के ज्येष्ठ पुत्र मनीराम शर्मा ने बताया इस मंदिर में भगवान शिव शंकर का विशालकाय मंदिर था जिसकी देख भाल हमारे पिता जी किया करते थे।उस मंदिर में अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां बनी हुई थी।
उनकी पूजा-अर्चना की जाती थी।लेकिन राईस मिल बंद होने के बाद विशालकाय शिव मंदिर परिसर में स्थापित था।
कस्बे के मारवाड़ी समुदाय के द्वारा इस संबंध में जिला भाजपा पदाधिकारी रमेश कुमार अमलानी,नगर भाजपा अध्यक्ष रतन कुमार अग्रवाल ने मांग किया है कि शिव मंदिर के स्थान पर केवल मंदिर ही बनाया जाए ना कि व्यवसायिक प्रतिष्ठान व मैरिज हाल इससे यह लगता है कि एक सोची-समझी नीति के तहत मंदिर के अस्तित्व को समाप्त करने का कार्य किया जा रहा है।जहाँ प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे है वही शिवभक्तों में काफी आक्रोश बढ़ता जा रहा है।