रिपोर्ट-अनुज जायसवाल
बहराइच प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली के व्यापार को रोकने एवं विभिन्न माध्यमों से मिल रही शिकायतों पर जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा प्राप्त निर्देश के क्रम में मत्स्य विभाग व पुलिस की संयुक्त टीमें गठित की गई हैं। इसी क्रम में सहायक निदेशक मत्स्य बहराइच डा जितेंद्र कुमार शुक्ल के नेतृत्व में जलिम नागर पुल के पास सुबह 3 बजे चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस शक की बिना पर एक पिकप को रोक कर तलाशी ली गई। इस दौरान पिकप से 2 लाख कीमत की 15 कुंतल प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली बरामद हुई। पिकप चालक ने बताया कि वह उक्त मछली को उत्तराखंड से लाया है और नानपारा ले जा रहा है। इस पर पकड़ी गई प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली को गड्ढा खुदवाकर नामक डालकर बिनिस्टिकरण करा दिया गया, जिसकी फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी भी कराई गई। सहायक निदेशक मत्स्य ने बताया कि ग्रीन ट्रिब्यूनल और भारत सरकार ने वर्ष 2000 में विदेशी थाई मांगुर मछली को प्रतिबंधित कर दिया था। उन्होंने बताया कि इस मछली के खाने से कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी बीमारियां जनित होती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिबंधित मछली विक्रेताओं की सूचना यदि किसी को मिलती है तो वह विभाग को सूचित करे। उसका नाम गोपनीय रहेगा। इस कार्यवाही में कृष्ण कुमार सिंह उप निरीक्षक, राहुल गुप्ता उप निरीक्षक, सूरज सिंह, चद्रकांत एवं मत्स्य विभाग के कर्मी शामिल रहे।