बहराइच। विकास खंड नवाबगंज के विभिन्न ग्राम पंचायतों में इन दिनों मनरेगा योजना में जमकर धांधली की जा रही है। मनरेगा योजना को सरकार ने जिस उदेश्य से शुरू किया था, वह अपने लक्ष्य से पूरी तरह से भटक गया है। मनरेगा में मजदूरों की बजाय जेसीबी मशीन चलाने की होड़ लगी हुई है। मनरेगा पदाधिकारी इन सब बातों को भी जानकर अनजान बने हुए हैं। ग्राम पंचायत कलवारी सहित दर्जनों ग्राम पंचायतों में जेसीबी मशीन से कार्य करने की होड़ है, दिन रात जेसीबी मशीन चलाया जा रहा है। चूँकि गड़बड़ी पूरी तरह से नियोजित तरीके से की जाती है। जिन कार्य में जेसीबी चलाना होता उस कार्य का प्राक्कलन आईडी पहले नहीं किया जाता है। कार्य करवाने के कुछ माह बाद कार्य आईडी बनवाया जाता है। इस बीच अगर कोई ग्रामीण शिकायत विभाग के संबंधित पदाधिकारियों को करते हैं तो मनरेगा के तहत प्राक्कल नहीं होने की बात कही जाती है। कुछ माह बीत जाने के बाद ग्राम प्रधान, सचिव व जेई से मिलकर फर्जी मास्टर रोल बनाकर रुपये का वारा न्यारा कर निधियों का बन्दर बाँट किया जाता है। वहीं मनरेगा में इन दिनों कुशल मजदूरों को कार्य नहीं मिल रहा है। जिससे उन लोगों के समक्ष भुखमरी की स्थित है, जो गावों से पलायन कर दूसरे जगहो पर कार्य करने को मजबूर हैं। शुक्रवार को ग्राम पंचायत कलवारी के मजरा दुर्गापुर से बाबा मासूम शाह कुट्टी को जोड़ने वाले चकमार्ग का पटाई निर्माण कार्य भोर में ही जेसीबी लगा कर किया जा रहा था। जिसका एक वीडियो व कुछ फोटोज सुबह से ही शोसल मीडिया पर वायरल होने लगा। इस सम्बन्द्ध में जब एपीओ मनरेगा विकास खण्ड नवाबगंज विकास राव से बात की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि इस वर्क का कोई कार्य योजना आईडी जारी नही है, किसी प्राइवेट व्यक्ति के द्वारा अपने सुविधा के लिये जेसीबी से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है।
रिपोर्ट: विवेक श्रीवास्तव