रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव ( क्रांतिकारी)
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन क्षेत्रीय केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र लखनऊ द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच प्रथम परिसर में दो दिवसीय आई. पी एम. एच. आर. डी. कार्यक्रम का आयोजन किया गया । रीजनल सेंट्रल आई. पी. एम. सेंटर के प्रभारी अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह, उप निदेशक ने आई. पी. एम. की वर्तमान प्रासंगिकता, महत्व, आई. पी. एम. की विधियों तथा उसकी उपयोगिता का संक्षिप्त वर्णन किया। महामना मालवीय मिशन अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने जनपद में विश्व मुक्त खेती नशा मुक्त समाज महा अभियान से कृषि अधिकारियों को अवगत कराते हुए जनपद के ग्रामीणांचल में जन जागरुकता अभियान चलाये जाने की बात कही |इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रगतिशील कृषक शुरेश वर्मा मिहिपुरवा, शिक्षाविद समाजसेवी राज त्रिपाठी प्रगतिशील कृषक चन्द्र प्रकाश मिश्र,ने भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में विश्व मुक्त जैविक खेती करने का आश्वासन दिया डॉ. वी. पी. शाही, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, बहराइच प्रथम ने रासायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध एवं असुरक्षित उपयोग से मानव शरीर एवं पर्यावरण पर होने वाले दुष्परिणाम के बारे में बताया और साथ ही साथ कहा कि आई. पी एम. वनस्पति संरक्षण के साथ साथ पर्यावरण, पारिस्थितिक तंत्र, जैव विविधता एवं प्रकृति को सुरक्षित तथा समाज को स्वस्थ एवं संपन्न बनाने का महत्वपूर्ण आयाम है। डॉ. शाही ने कृषकों को मुख्य फसल के साथ – साथ किचन गार्डन में भी आई. पी. एम. अपनाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. सतीश पांडेय, जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि किसानों द्वारा रासायनिक कीटनाशी के अत्यधिक एवं गलत उपयोग के कारण फसल उत्पादन की लागत बढ़ रही है और साथ साथ विभिन्न कृषि उत्पादों में रासायनिक कीटनाशकों के अवशेष की वजह से निर्यात प्रभावित हो रहा है। श्री बिजेंद्र सिंह, सहायक निदेशक आर सी आई पी एम सी ने आई. पी. एम. की संकल्पना, सिद्धांत एवं अवयव के बारे में बताया।कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेन्द्र सिंह एवं डॉ. पी के सिंह ने कृषकों को पादप सुरक्षा की नई तकनीक से अवगत कराया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री अमित सिंह, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने किया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र के श्री. के. पी. पाठक, श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह श्री अमित कुमार सिंह, वनस्पति संरक्षण अधिकारी तथा डॉ राहुल सुतार एवं डॉ सुधीन्द्र संशि, श्री धर्म राज सिंह सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी ने आई पी एम से संबंधित सभी विषयों के बारे में कृषकों को प्रशिक्षण दिया और साथ साथ ही आई पी एम प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को आई पी एम की विभिन्न तकनीकी से अवगत कराया।