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रुधौली एसडीएम के हस्तक्षेप पर वृद्धा का खुला तुरंत खाता।

रुधौली एसडीएम के हस्तक्षेप पर वृद्धा का खुला तुरंत खाता

अवनीश कुमार मिश्रा।। सीएमडी न्यूज़

बस्ती।।  जनपद के रुधौली कस्वा निवासी राजन चौघरी अपनी नानी का खाता खुलवाने के लिए दस जनवरी को भारतीय स्टेट बैंक रुधौली शाखा पर गये थे। बैंककर्मी द्वारा कहा गया कि दस्तख़त करने नहीं आता (अनपढ़ हो) तो खाता नहीं खुलेगा। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसडीएम रुधौली से करते हुए कार्यवाई की मांग की थी। जिस पर एसडीएम गुलाब चन्द्रा ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए बैंक कर्मचारी से स्पष्टीकरण मांगा तो बैंक ने तत्काल मंगलवार को राजन को बुलाकर उनकी बुजुर्ग नानी का खाता खोलकर खाता संख्या भी उपलब्ध करा दिया।

क्या था मामला- मामला 10 जनवरी का है। अपने रिश्तेदार की एक महिला का बैंक खाता खुलवाने आए राजन (26), को सुबह से शाम हो गई लेकिन बैंककर्मियों ने खाता नही खोला। इसकी वज़ह जानकर हर कोई हैरान हो सकता है। सोमवार को बैंक में भीड़ की वजह से 11 बजे से लाइन में खड़े होने के बाद दोपहर के बाद जब पीड़ित का नंबर आया तो उसे बैंककर्मी ने यह कह कर खाता खोलने से मना कर दिया कि, महिला पढ़ी लिखी नही हैं, और हस्ताक्षर नही कर सकती, इसलिए इनका खाता नही खोलेंगे। इस मामले कि शिकायत राजन ने स्थानीय एसडीएम गुलाब चंद्र से भी की है। राजन ने अपने शिकायती पत्र में लिखा कि, बैंककर्मी जयदीप ने हमारे नानी जी का खाता खोलने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि वह हस्ताक्षर नही बना सकती हैं और वह पढ़ी-लिखी नही हैं। शिकायत में आगे लिखा गया कि, राज्य व केंद्र सरकार द्वारा तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं इसके लिए सभी लाभार्थियों का बैंक खाता होना अनिवार्य है, लेकिन बैंककर्मी ग्राहकों को भ्रमित करके वापस लौटा रहे हैं। पीड़ित ने मामले में शिकायत के माध्यम से एसडीएम रुधौली से उक्त बैंककर्मी के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया है, जिससे बैंक में खाता खुलवाने आए ग्राहकों को नए खाते खुलवाने से वंचित न होना पड़े। मामले पर जानकारी देते हुए राजन ने बताया कि, “उस दिन खाता खुलवाने का बहुत प्रयास किया लेकिन बैंककर्मियों ने एक भी न सुनी, एकाउंटेंट से बात कि तो वह भी हवा-हवाई नियम का हवाला देने लगे कि जब हस्ताक्षर करने नही आता तो खाता कैसे खोलेंगे। जबकि बैंकिंग व्यवस्था में ऐसा कोई प्राविधान ही नही है। राजन ने आगे बताया कि, “एकाउंटेंट ने कहा कि अगर खाता खोल भी देंगे तो आपके एकाउंट नंबर की कोई गारंटी नही होगी, यह कहकर ग्राहकों को बैंक में खाता खुलवाने से भ्रमित किया जा रहा है।

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