मसौली ,बाराबंकी।
24/03/2021
रिपोर्ट – आशीष सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी
परिवार नियोजन एक अति महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस क्षेत्र में शतप्रतिशत सफलता के लिए महिलाओं की भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण है। परिवार बढ़ाने की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधे पर होती है, ऐसे में परिवार नियोजन का फैसला भी उन्हें ही लेना होगा।
उक्त बातें वुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ागाँव में प्रसार संस्था के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित गौष्ठी का दीप प्रज्वलित कर उदघाटन करते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 के एन एम त्रिपाठी ने कही उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन से मां एव शिशु के सेहत में सुधार होता है। महिलाओं को अपने शरीर से जुड़े फैसले लेने का अधिकार मिलता है. इसलिए परिवार नियोजन से लैंगिक समानता भी बढ़ती है. ऐसे में अगर महिलाएं शिक्षा और करियर जारी रखती हैं तो देश की तरक्की में उनका योगदान बढ़ता है।
सीएचसी प्रभारी अधीक्षक डॉ0 संजीव कुमार ने कहा कि साक्षरता से शिशु जन्म दर घटाने में मदद मिलती है और परिवार नियोजन एक बुनियादी मानवाधिकार है और समूचे दुनिया में यह हक मिलना चाहिए।
डॉ0 संजीव कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं की वजह से काफी सफलता मिल रही है।
प्रसार संस्था के सचिव शिशुपाल सिंह ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समुदाय स्तर पर मिलने वाली परिवार नियोजन सेवाओं पर अवलोकन रिपोर्ट को डॉ0 संजीव कुमार एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर के एन एम त्रिपाठी को दी।
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