रिपोर्ट-दुष्यन्त सिंह वर्मा
श्रावस्ती। शासन की तमाम कोशिशों के बाद भी जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर खरीद की रफ्तार में तेजी नहीं आ रही है। इसके चलते सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्य से दूर है। वहीं केंद्र प्रभारियों के रवैये से परेशान किसान का केंद्र से मोहभंग होता दिखाई दे रहा है। मंगलवार को दैनिक जागरण की ओर से क्रय केंद्रों की पड़ताल में काफी कमियां नजर आईं।
केस-एक ==
भारतीय खाद्य निगम की ओर से नेवरिया मोड़ पर स्थित गेंहू क्रय केंद्र लक्ष्मननगर में 3000 एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 162 किसानों से वे मात्र 7052 क्विटल गेहूं खरीद किया जा सका। उपज बेचने वाला कोई किसान मौके पर मौजूद नहीं था। किसानों के लिए न टेंट और न बैठने की सुविधा थी। केंद्र प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि 349 टोकन जमा है, लेकिन किसान गेहूं नहीं ला रहे है।
केस-दो ==
हुसैनपुर खुरहुरी में स्थित गेहूं क्रय केंद्र पर आठ हजार क्विटल खरीद लक्ष्य के सापेक्ष 52 किसानों से अब तक 2767 क्विटल खरीद हुआ। आज खरीद ठप रहा। केंद्र प्रभारी ने बताया कि किसान नहीं आ रहे हैं, इसलिए तौल नहीं हो रहा है। यहां पर किसानों की सुविधा के लिए टेंट की व्यवस्था नहीं है।
केस-तीन ==
पीसीएफ द्वारा संचालित गेहूं क्रय केंद्र तुलसीपुर पूर्ण रूप से बंद था। फोन पर बात की गई तो केंद्र प्रभारी सुधीर कुमार ने बताया कि उन्हें खरीद का लक्ष्य 6000 क्विटल मिला है, जिसमें अब तक 58 किसान से 2541 क्विटल खरीद हुई है। यहां पर कोई किसान मौजूद नहीं था। उन्होंने ने बताया कि ह सरकारी कार्य से बाहर आए हुए हैं। केंद्र पर किसान के बैठने व छांव की कोई व्यवस्था नहीं है।