Breaking News
Home / शिक्षा / संपादकीय (page 2)

संपादकीय

FATHER DAY पर अपनी कुछ अंतरात्मा की पुकार:लेखक संपादक के पिता,जीवनी😔सहित

लेखक-कन्हैया लाल श्रीवास्तव-संपादक के पिता आधुनिक युग के मेरे प्यारे बेटो एवं बेटियो भारत देश ऋषि मुनियों का देश रहा है। जैसा कि वेद पुराण में वर्णित किया गया हैं, परसुराम जी ने अपने पिता के आदेश पर अपनी माता का सिर काट दिया था, जिससे पिता प्रसन्न होकर वरदान …

Read More »

ARTICLE 15 फिल्म :- संपादकीय~ WRITER- मुकेश श्रीवास्तव

आज भारत विश्व शांति की तरफ अग्रसर है, यूँ कहे तो खुद भारत विश्व शांति के लिए अथक प्रयास कर रहा है। भारत अपना चरण 21वीं शदी में रख दिया है, आज का युवा देश की तरक्की की बात सोचता है। वह जाति, धर्म, लिंग की सोच से ऊपर उठ …

Read More »

संपादकीय :~ हमार सोनार बंगला

 यह शब्द उस महान कवि के है, जिन्होंने 19वीं 20वीं में कई रचनाये लिखी। इन्होंने ही हमारे राष्ट्रगान की रचना की। इनके रचनाओं से प्रसन्न होकर ब्रिटिश शासकों ने “सर” की उपाधि दी थी। हालांकि इन्होंने 1919 में हुए जलियावाला बाग कांड के विरोध में अपनी उपाधि लौटा दी थी। …

Read More »

क्या भारत को सीख लेनी चाहिए ?

हाल ही श्री लंका में हुए एक-एक करके 8 आतंकी हमले से श्री लंका जहाँ क्षुब्ध है, वही उसमे क्रोध रूपी अग्नि प्रज्ज्वलित हो गई है। स्वाभाविक सी बात है, अगर कोई ऐसा आतंकी संगठन जो देश की अखंडता, प्रभुता और शांति को ध्वस्त करेगा और वो भी नृसंश हत्या …

Read More »