शाखा प्रबंधक बैंक को समझ बैठे है अपनी संपति चलाते हैं अपनी मनमर्जी से शाखा
बहराइच/नानपारा, उ0प्र0। नानपारा के भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक की मनमानी से बैंक की छवि खराब हो रही है। वही खाता धारकों को तमाम परेशानियों के बाद बैंक मे धन जमा और निकासी का काम हो पाता है। उन्ही खाता धारकों का काम शीघ्र अन्दर या बाहर से होता है जो शाखा प्रबंधक के करीबी, मित्र या रिश्तेदार है। बताते चले कि नानपारा के ग्राम हाड़ा बसेहरी निवासी आनन्द कुमार बीते एक वर्ष से अपनी पहुच के आधार पर नानपारा में शाखा प्रबंधक के पद पर तैनात है। जब से यह आये है। उनके समजातियों गार्ड बिन्द्र चौधरी ग्राहकों से दुव्यवहार सहित अपशब्दों का प्रयोग करते है। शुक्रवार की दोपहर धन जमा करने के मामले में खाता धारक कादिर से बैंक गार्ड बिन्द्रा चौधरी अपने परिचित को लाइन से आगे लगाने के लिए भिड़ गये और दुव्यवहार करके पीछे कर दिया, कादिर ने कहा यही हाल रहा तो लोग अपने खाते स्टेट बैंक से स्थानान्तरित करा लेगे….वही बैंक में मौजूद माधुरी, और अकमल खान ने बताया कि अब भी बैंक में पासबुक प्रिन्ट होना लोहे के चने खाने के बराबर है। ग्राहक सचिन गुप्ता ने कहा कि मैं पिछले दो दिन से पैसा जमा करने आ रहा हूँ तो बैंक कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि नेटवर्क नही है लेकिन 5 मिनट बाद शाखा प्रबंधक का परिचित आया तो अन्दर से तुरन्त पैसा जमा हो गया। फिलहाल भारतीय स्टेट बैंक नानपारा के खाता धारक दबंग शाखा प्रबंधक की मनमानी से परेशान है।
विवेक कुमार श्रीवास्तव