(फाइल फाइल फोटो) मंदिर के टूटने से पहले की छवि
बहराइच: भारत नेपाल सीमावर्ती कस्बा रुपईडीहा स्थित पौराणिक शिव मंदिर में शताब्दियों पूर्व स्थापित अष्टधातु की मूर्तियों के गायब होने व सरकारी संपत्ति को कब्जा कर बेचने के मामले को अंतर राष्ट्रीय हिन्दू परिषद समेत अन्य हिन्दू संगठनों द्वारा विरोध दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आज एक स्थानीय रसूखदार व्यवसायी समेत उत्तराखंड के एक बड़े कारोबारी व एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना रुपईडीहा में कई गंभीर गम्भीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार दोनो कारोबारियों ने शताब्दियों पहले स्थापित शिव मंदिर की बेशकीमती जमीन से सटे लगभग 29.6500 हेक्टेयर सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सीमाई इलाके से सटे जमीन पर राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत करके अपना कब्जा दर्शा कर आवासीय भूखंड के रूप में विभाजित कर बीस करोड़ से भी अधिक मूल्य के सरकारी संपत्ति को बेच डाला।
पुलिस अधीक्षक बहराइच डॉ विपिन कुमार मिश्र ने बताया की सीमावर्ती कस्बा रुपईडीहा में सीमाई इलाके से सटे गाटा संख्या 64 किता के कुल रकबे 29.6500 हेक्टेयर जो की राजस्व अभिलेखो में सरकारी संपत्ति अकृषक भूमि के रूप में दर्ज हैं तथा संदर्भित जमीन ग्राम सभा केवलपुर तहसील नानपारा की मिल्कियत दर्ज हैं पर एक स्थानीय व्यवसायी जिसका की नाम विनोद कुमार अग्रवाल उर्फ विनोद कुमार सिंघानिया ने अपने रिश्तेदार गोपाल हवेलिया पुत्र स्वर्गीय माधव लाल हवेलियां निवासी कुआ वाला देहरादून उत्तराखंड के साथ कब्जा करके परिसर में स्थापित शताब्दियों पुरानी शिव मंदिर में अस्थापित अष्ट धातु की मूर्तियों को गायब कर दिया और मंदिर की बेश कीमती जमीन व उससे सटे सरकारी संपत्ति जो कि कुल चौछठ गाटा संख्या में 29.6500 रकबा राजस्व अभिलेखों में सरकारी संपत्ति के रूप में दर्ज है पर अनाधिकृत रूप से कब्जा करके लोगो को गुमराह करते हुए आवासीय भू खण्ड के रूप में बेचना शुरू कर दिया था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अंतर हिन्दू राष्ट्रीय परिषद समेत अन्य हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों की शिकायत के बाद अवैध काबिज भू माफिया विनोद कुमार अग्रवाल उर्फ विनोद सिंघानिया निवासी जुबलीगंज नानपारा व गोपाल हवेलिया पुत्र माधव दास हवेलिया निवासी कुआँ वाला जनपद देहरादून उत्तराखंड के व अन्य बारह अज्ञात के विरुद्ध चोरी , बलवा , कूट रचना, सम्पत्ति का नुकसान करने, घातक आयुध से लैस होकर बलवा करने और सरकारी सम्पत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने जैसे संगीन धाराओ में थाना रुपईडीहा में मुकदमा पंजीकृत करवाया गया हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके अलावा इन्ही चौदह लोगो के विरुद्ध पौराणिक प्राचीन शिव मंदिर में स्थापित बेशकीमती मूर्तियों को गायब करने, मंदिर को तोड़ने व जमीन पर कब्जा करने के मामले में भी अंतर राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के पदाधिकारी की और से मुकदमा पंजीकृत करवाया गया है।
तहसीलदार नानपारा का कहना है की अवैध कब्जे वाले जमीन को भूमाफियाओं से खाली करवाकर जमीन पुनः राज्य सरकार के कब्जे में देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जमीन किन हालातो में भू माफियाओं में कब्जे में चली गयी थी इसकी भी जांच कराई जाएगी।
उधर शिकायतकर्ता अंतर राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ राम पारस सिंह ने बताया की भू माफियाओं ने स्थानीय सफेद पोस नेताओ व राजस्व तथा पुलिस कर्मियों से मिली भगत करके करोड़ों रुपये की बेश कीमती और सामरीक दृष्ट से अति महत्वपूर्ण जमीन पर कब्जा करके उसका विक्रय कर रहे थे जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से दर्ज कराये जाने के बाद स्थानीय थाने मे दो नामित बारह अन्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया हैं अब यदि मूर्ति चोर भू माफियाओं के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही न किया गया तो संपूर्ण प्रकरण को मुख्यमंत्री को संदर्भित किया जाएगा |
रिपोर्ट : विवेक कुमार श्रीवास्तव