- जिला सवांददाता:- सुरज कुमार त्रिवेदी की रिपोर्ट
बहराइच : जिले में सपाइयों ने बढ़ते तेल और डीजल की कीमतो के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका था जिसके बाद प्रशासन ने सपाइयों पर मुकदमा दर्ज किया है देश में तीन नामजद व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है आपको बताते चलें कि इसमें से एक ऐसे कार्यकर्ता पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है जो पुतला फूंकने के दौरान वहां नहीं मौजूद था वही इस संबंध में सपा नेता नंदेश्वर नंद यादव का कहना है कि अभी पिछले 27 तारीख को हम लोगों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया था जिसकी वजह डीजल पेट्रोल के बढ़ती कीमत थी हम लोगों ने सिर्फ आम जनमानस की आवाज को उठाने का काम किया था जो कि लोकतंत्र में पूरी तरह से संभव है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के मुख्यमंत्री के इशारे पर जो हमारे उत्तर प्रदेश की सरकार लगातार समाजवादी युवाओं पर नेताओं पर मुकदमा लादने का काम कर रही है और उसी कड़ी में बहराइच पुलिस ने भी अपना वही काला चेहरा उजागर करने का काम किया है उन्होंने कहा कि हम लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग पालन करते हुए और गमछा लगा कर के हम लोगों ने प्रदर्शन किया था उसमे मात्र केवल 5 लोग ही थे क्योंकि धारा 144 लागू है उसके बावजूद भी झूठे आरोप लगाए गए हैं की धारा 144 का उल्लंघन किया गया है उन्होंने कहा कि अभी प्रधानमंत्री जी कहते हैं अगर आपके पास गमछा हो तो गमछा लगा सकते हैं लेकिन गमछा लेने मास्क लगाने से पुलिस को कोई मतलब नही है उसका सीधा मामला आम जनमानस की आवाज उठा रहे सपाइयों पर मुकदमा दर्ज करना है लेकिन हम समाजवादी लोग मुकदमे से डरने वाले नहीं हैं अगर आम जनमानस की आवाज आवाज उठाना गुनाह है तो यह गुनाह समाजवादी बार-बार करेंगे क्योंकि लोकतंत्र में आम जनमानस की आवाज को बुलंद करने का काम समाजवादी लोग करेंगे महंगाई की बात को उठाने का काम समाजवादी लोग करेंगे युवाओं की बात को उठाने का काम समाजवादी लोग करेंगे अन्याय के विरूद्ध समाजवादी लड़ाई लड़ने का काम करेंगे हम रुकने वाले नहीं हैं अगर प्रशासन आम जनमानस की आवाज को कुचलने का काम करता है तो वह करता रहे उन्होंने कहा कि दुख तब होता है जब मात्र 48 घंटे के अंदर जिले में पांच पांच हत्याएं हो जाती है तब कप्तान साहब की नींद नहीं खुलती है लेकिन तब प्रशासन हमारा सो रहा होता है लेकिन अगर समाजवादी पार्टी द्वारा संवैधानिक तरीके से अगर कोई कार्यक्रम कर दिया जाता है पूरी प्रशासन पूरी तरह से नींद लग जाता है तुरंत समाजवादियों पर मुकदमा लगाने का काम करता है यह मुकदमा पूरी तरीके से झूठा पूरी तरह से निराधार है जो सिर्फ एक षड्यंत्र के तहत भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने लिखा ने काम किया है।
इस मामले में पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी के नेता के के ओझा का कहना है कि आज से कुछ दिन पहले डीजल और पेट्रोल मे जो बेतहाशा वृद्धि हो रही है और उस वृद्धि के विषय में सरकार को चेताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेताने के लिए उनको नींद से जगाने के लिए जनता की आवाज को बुलंद करने के लिए समाजवादी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका था पुतला फूंकने में पूरी तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए सिर्फ 5 लोगों ने मिलकर ही पुतला फूंका और 5 लोगों पर ही पुलिस ने मुकदमा कायम कर दिया जब पांच भी लोग पुतला फुखने में थे सोशल डिस्टेंसिंग के दायरे में थे तो कोरोना जैसी महामारी अधिनियम में यह मुकदमा क्यों कायम किया गया लोकतंत्र में अधिकार है सबको बराबर का हक है अन्याय के खिलाफ लड़ने का भी और समाजवादियों को अन्याय के खिलाफ लड़ने का अधिकार है डीजल पेट्रोल के बढ़ते मूल्यों के विरोध में लड़ने का समाजवादियों को अधिकार है और अगर हम लोगों पर ऐसे ही फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं सरकार द्वारा लिखा गया लगाया जाएगा पुलिस प्रशासन द्वारा लिखा जाएगा भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर लिखा जाएगा अब हम लोग और बड़े-बड़े आंदोलन करेंगे हम लोग झुकने वाले नहीं हैं उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग कभी मुकदमा से नहीं डरते हैं उन्होंने कहा कि योगी का तख्ता पलटने वाला है योगी की नींद उड़ने वाली है और उन्होंने यह भी कहा कि योगेश जब-जब डरता है पुलिस कार्य करता है।
तो वही इस संबंध में एक ऐसे कार्यकर्ता भी मुकदमा दर्ज किया गया है जो पुतला फूंकने के दौरान वहां पर नहीं मौजूद था इस संबंध में गैर मौजूद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हर्षित त्रिपाठी का कहना है कि 27 तारीख के पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर समाजवादी पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया था समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंकने का काम किया था लेकिन मैं मौके पर मौजूद नहीं था उसके बावजूद प्रशासन की तानाशाही कुछ इस हद तक बढ़ चुकी है सरकार का कुछ इस तरह दबाव है प्रशासन पर कि जो मौजूद नहीं रहता है उस समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता पर भी मुकदमा कायम कर दिया जाता है उनका कहना है कि समाजवादी के कार्यकर्ता टारगेट पर हैं अगर हम लोग जनता की आवाज उठाते हैं तो क्यों उठाते हैं इससे परेशान है योगी सरकार हम लोग किसान मजदूर युवाओं के हक की लड़ाई लड़ते हैं इससे सरकार को तकलीफ होती है लेकिन हम लोग लगातार यह काम करते रहेंगे और अगर मुकदमा फर्जी सही लिखा जाता है तो लिखने दो हम समाजवादी मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं हम लोग जनता के लिए मर मिटेंगे यही अखिलेश यादव की नीतियां हैं उन्होंने कहा कि जैसा कि प्रशासन ने आरोप लगाया है सोशल डिस्टेंसिंग और महामारी का मुकदमा दर्ज किया गया है तो हम उनको बता दे श्री अखिलेश यादव के निर्देश में हम लोगों ने खुद लोगों को जागरूक करने का काम किया है तो हम लोग खुद ही क्यों उसका उल्लंघन करेंगे यहां के पुलिस प्रशासन ने जिस तरह से यह बेबुनियाद आरोप लगाया है वह पूरी तरह से गलत है।