रिपोर्ट – सुनीलतिवारी cmdnews
ब्यूरो चीफ गोण्डा
गोण्डा। जिले में अब जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी ही स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों का निरीक्षण कर सकेंगे। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के मांग पत्र पर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी सीएमओ को इस आशय का पत्र जारी किया है।
जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय समेत सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अभी तक डीएम, सीएमओ के अलावा एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, जनप्रतिनिधि आदि भी निरीक्षण करने जाते थे। पत्र में कहा गया है कि जनप्रतिनिधियों के पास प्रशासनिक अधिकार नहीं होता है। इसलिए जन प्रतिनिधियों को अस्पतालों में जाने के दौरान यदि व्यवस्था में कोई कमी दिखती है, तो वे उसकी शिकायत डीएम, सीएमओ व उच्चाधिकारियों से कर सकते हैं। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ने कई बार इसको लेकर आवाज बुलंद की। इसके अलावा प्रमुख सचिव से लेकर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व सरकार को मांग पत्र भेजकर इस व्यवस्था में बदलाव करने की मांग भी उठाई। संघ के मांग पत्र पर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने संज्ञान लेते हुए सभी सीएमओ को पत्र जारी कर इस बारे में निर्देशित कर दिया है कि अब जिले में सिर्फ डीएम व सीएमओ ही अस्पताल का निरीक्षण व सत्यापन कर सकेंगे। बलरामपुर के सीएमओ डा. घनश्याम सिंह का कहना है कि बहुत से चिकित्सा अधिकारियों का ग्रेड पे निरीक्षण करने आने वाले अधिकारी के बराबर या अधिक होता है। ऐसे में संबंधित चिकित्सक का मनोबल गिरता हुआ महसूस होता था। उन्हांेंने कहा कि पत्र के आदेश के अनुसार ही आगे से जिले में व्यवस्था लागू की जाएगी।