रिपोर्ट मुदस्सिर हुसैन CMD NEWS
मवई अयोध्या – इज्तिमाई इफ़्तार पार्टी में सैकड़ों मुक़ामी रोजेदारों ने की शिरकत माह ए रमजान में रोजा रखना एक बड़ी इबादत – सरफराज नसरुल्लाह
अयोध्या 29 मार्च – रमज़ान के आख़िरी अशरे की शुरुआत से क़ब्ल रोज़ा इफ़्तार का सिलसिला अब तेज़ हो चला है। इसी सिलसिले में क़स्बा रूदौली के मोहल्ला ख़ैरनपूर में मुक़ामी मस्जिद से मुतसिल एक इज्तिमाई रोज़ा इफ़्तार का एहतेमाम किया गया।इस इज्तिमाई इफ़्तार में सैकड़ों मुक़ामी रोजेदारों के अलावा इलाक़ाई रोज़ेदार भी काफी तादाद में शामिल हुए।बाद इफ़्तार रोजेदारों ने नमाज़े मग़रिब हाफ़िज़ मुईनुद्दीन साहब की इमामत में अदा की। इस मौक़े पर मौजूद रोज़ेदारों से मुख़ातिब समाजवादी पार्टी के अक़्लियती शोबे के क़ौमी सेक्रेटरी इ० सरफ़राज़ नसरुल्लाह ने अपने तास्सुरात का इज़हार करते हुए कहा कि रमज़ान के मुबारक महीने में रोज़ा रखना जहां इस्लाम में एक इबादत है वहीं यह रोज़ा रखकर भूखे और प्यासे लोगों की भूख और प्यास को महसूस करने का पैग़ाम देता भी देता है। रोज़ा सिर्फ़ भूखे और प्यासे रहने का नाम नहीं है। इस्लाम में रोज़ेदार को हाथ,पैर ,आंख ,कान यहां तक के पूरे जिस्म के हिस्सों के रोज़े की हिदायत सख़्ती से मौजूद है।रोज़े की हालत में रोज़ेदार को आंख से कुछ भी बुरा न देखना,कान से कुछ भी बुरा न सुनना, हाथों के जरिए और पैरों से चलकर किसी गुनाह के काम को अंजाम न देना, यहां तक के जिस्म के किसी हिस्से से कोई बुरा या गुनाह का काम न करने का नाम ही मुकम्मल रोज़ा है। इस रोज़ा इफ़्तार में रोज़ेदारों के साथ खुसूसी तौर पर समाजवादी पार्टी के असेम्बली हल्क़े के सदर छोटेलाल यादव,नायब सदर फरीद अहमद बाबा, चेयरमैन नगरपालिका रूदौली जब्बार अली के खुसूसी नुमाइंदे और उनके भतीजे मोहम्मद आतिफ़ राईन, मोहम्मद सलमान क़ुरैशी, मोहम्मद क़ुरैश वगैरह की शिरकत रही।आख़िर में सभी रोज़ेदारों का दूसरे मेज़बानों के साथ साथ सोनू भाई ने शुक्रिया अदा किया।